दुनिया में ग्रीनलैंड एक ऐसा द्वीप है, जहां का 80% हिस्सा बर्फ की 4 किमी मोटी चादर से ढका हुआ है. खास बात ये है कि ग्रीनलैंड में 2 महीनों तक लगातार दिन जैसा उजाला होता है. यानी की यहां 2 महीने रात होती ही नहीं है. हैरानी वाली बात ये है कि इस द्वीप पर जमी बर्फ के नीचे गैस, गोल्ड और यूरेनियम जैसे दुर्लभ खनिज भंडार है. 2023 में ग्रीनलैंड की आबादी 56609 की थी. सर्दियों में यहां का तापमान 50 डिग्री तक पहुंच जाता है. यहां के लोहों की कमाई प्रति व्यक्ति 22 लाख रुपये है. ग्लोबल वार्मिंग के कारण आर्कटिक की बर्फ पिघलती जा रही है और ग्रीनलैंड में माइनिंग बढ़ती जा रही है. ग्रीनलैंड में वर्तमान में खनिज, सीसा, जस्ता, हीरा, सोना और यूरेनियम की माइनिंग बढ़ती जा रही है. यहां का राजस्व मछली पकड़ने से आता है. ग्रीनलैंड में बहुमूल्य खनिज, धातुएं, बेशकीमती पत्थर, कोयला पाया जाता है. ग्रेफाइट, ओलिवाइन, क्रायोलाइट और संगमरमर भी मिलता है. हाल ही में ग्रीनलैंड में कई खदानें बंद की गई है, जिसमें से ओलिवाइन और नलुनाक खदान भी है. ये सोने की खदान है. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ग्रीनलैंड पर फिर एक बार कंट्रोल करने की बात कही है. ग्रीनलैंड को अमेरिका लंबे समय से रणनीतिक रूप से बेहद खास मानता है. उसने यहां एक रडार बेस भी स्थापित किया था. अमेरिका ग्रीनलैंड में कभी चीनी निवेश नहीं बर्दाश्त करेगा और तो और उसने पहले ही डेनमार्क को यहां से हटा दिया है.