DW की रिपोर्ट के मुताबिक 19वीं सदी में वैज्ञानिकों ने समंदर की गहराइयों को मापना शुरू किया
समंदर की गहराइयों को मापने का काम सबसे पहले एडवर्ड एफ नाम के रिसर्चर ने किया था
एडवर्ड एफ की थ्योरी के अनुसार 500 मीटर से ज्यादा गहरे पानी में जीवन संभव नहीं है. लेकिन आज हम जानते हैं कि गहरे समंदर में बहुत सारे जलीय जीव रहते हैं
रिसर्चरों का अनुमान है कि गहरे समंदर में परिस्थितियां बहुत मुश्किल होती हैं
वैज्ञानिकों के मुताबिक अगर सिर्फ इंसानों की बात करें तो वो समुद्र में बिना प्रोटेक्टिव कैप्सूल के ज्यादा से ज्यादा सिर्फ 333 मीटर नीचे तक ही जा सकते है
इंसान पानी के अंदर अगर 333 मीटर से ज्यादा गए तो वो पानी के दबाव के कारण कुचल के मर जाएंगे
हालांकि, इंसान डाइविंग बल्स की मदद से 10 हजार मीटर की गहराई तक जा चुके है
गहरे समंदर में रहने वाले ज्यादातर जीवों के पास तैरने वाले ब्लैडर या दूसरे खोखले अंग नहीं होते इस वजह से वो अंदर रह जाते हैं