मध्य एशियाई देश तुर्कमेनिस्तान का कोई भी आधिकारिक धर्म नहीं है



वर्ल्ड एटलस के अनुसार यहां की बहुसंख्यक आबादी सुन्नी मुसलमान है, यहां की आबादी में इनकी हिस्सेदारी 89% है



तुर्कमेनिस्तान में सबसे बड़ा अल्पसंख्यक धर्म ईसाई धर्म है, जो देश की आबादी का 10% के करीब है



तुर्कमेनिस्तान में इस्कॉन के द्वारा हिंदू धर्म का भी प्रचार-प्रसार किया गया है, हालांकि यहां हिंदुओं के आबादी का कोई भी आकड़ा उपल्बध नहीं है.



देश में इस्लाम के आगमन से पहले, तुर्कमेनिस्तान में बौद्ध, पारसी और ईसाई धर्म प्रमुख धर्म थे.



तुर्कमेनिस्तान एक धर्मनिरपेक्ष देश है, हालाँकि देश में अपंजीकृत धार्मिक गतिविधि अवैध है, जिसमें पूजा स्थल बनाना और धार्मिक सेवाएँ आयोजित करना शामिल है.



देश में धार्मिक गतिविधियों की निगरानी और नियंत्रण धार्मिक मामलों की परिषद (CRA) द्वारा किया जाता है।



अल्पसंख्यक धार्मिक समूहों का परिषद में कोई प्रतिनिधित्व नहीं है, इसलिए इनको अपने संगठन को पंजीकृत कराने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है.



तुर्कमेनिस्तान बाकी के मुस्लिम बहुल देशो की तरह कट्टरपंथी नहीं है, यहां 89% मुस्लिम आबादी के बाद भी महिलाओं के लिए हिजाब बैन है