वजन को समझने से पहले हमें ग्रैविटी और द्रव्यमान को समझना होगा



गुरुत्वाकर्षण एक प्राकृतिक बल है जो वस्तुओं को एक दूसरे की ओर आकर्षित करता है



धरती के किसी के वजन का 1/6 वेट चांद पर होता है. इसका मतलब अगर कोई चीज धरती पर 90 किलो की है तो वो चांद पर उसका 1/6 हो जाएगा



धरती से किसी भी चीज को चांद पर ले जाने के उसके वजन में वहां के ग्रैविटी के बराबर हो जाएगा



धरती पर ग्रैविटी वह निरंतर बल है जो हमें धरती की ओर खींचता है और हमें गुब्बारे की तरह अंतरिक्ष में उड़ने से रोकता है



चंद्रमा धरती से छोटा है, इसलिए इसका ग्रैविटी फोर्स कमज़ोर है



चांद धरती के चारों तरफ घूमता है, जिस तरह से धरती सूरज के चारों तरफ परिक्रमा लगाता है



चांद की अपनी खुद की रौशनी नहीं होती है. उसे सूरज से प्रकाश मिलता है.



चांद पर ग्रैविटी कम होने के कारण वहां कोई भी चीज तैरती है. सबसे जरूर बात चांद पर हवा मौजूद नहीं है