किसी देश की मुद्रा उसके व्यापार विनिमय का बहुत बड़ा साधन होता है



मुद्रा के कमजोर और मजबूत होने से व्यापार,निवेश,आर्थिक गतिविधियों पर असर पड़ता है



दुनिया में डॉलर एक सर्वमान्य करेंसी होते हुए भी सबसे शक्तिशाली करेंसी नहीं है



वर्ल्ड करेंसी बुक माई फोरेक्स के मुताबिक कुवैती दीनार को दुनिया की सबसे शक्तिशाली मुद्रा माना जाता है



कुवैती दीनार को KWD भी कहते है जिसे 1960 में जारी किया गया था



एक कुवैती दीनार की कीमत भारतीय मुद्रा में 246 रुपये के बराबर है



तो वहीं 1 कुवैती दीनार 3.32 यूएसए डॉलर है



कुवैती दीनार विश्व की सबसे मजबूत करेंसी इस देश की तेल की खान और संतुलित अर्थव्यवस्था की वजह से है



कुवैत की अर्थव्यवस्था तेल निर्यात पर अधिक निर्भर है जिसकी वजह से इस मुद्रा की मांग अधिक रहती है



दुनिया के सबसे लोकप्रिय एक्सचेंज रेट INR और DINAR है