समाज में अपनी संस्कृति, सभ्यता और धार्मिक नियमों का पालन करना व्यक्ति का पहला कर्तव्य माना जाता है



सभी धर्म के लोगों के अपने रीति-रिवाज है, और व्यक्ति उसी अनुसार उनका पालन करता है



इसी परिप्रेक्ष्य में इस्लाम धर्म मुस्लिम समुदाय खतना (सुन्नत) का पालन करता है



खतना(सुन्नत) हर मुस्लिम का किया जाता है इसमें लिंग के छोटे हिस्से से ऊपरी त्वचा को हटा दिया जाता है



विकीपीडिया के मुताबिक अल्बानिया में खतना(सुन्नत) का प्रचलन बहुत कम है



दुनिया के अन्य देशों की अपेक्षा खतना(सुन्नत) का महत्व इस देश में बेहद कम है



खतना(सुन्नत) के पीछे वैज्ञानिक दलील दी जाती है कि इससे साफ सफाई रहती है



मुसलमानों में खतना कराने की कोई उम्र नहीं है यह व्यक्ति के ऊपर निर्भर करता है



माना जाता है कि पैगंबर मुहम्मद की चार सुन्नतें हैं इसलिए मुसलमान को खतना(सुन्नत) कराना चाहिए