शनि ग्रह पर नासा ने 1997 में एक सैटेलाइट भेजा था. उसके 20 साल बाद सैटेलाइट के द्वारा इकठ्ठा किए डाटा से शनि के बारे में नई जानकारी मिली है.



1997 में लॉन्च किए गए इस सैटेलाइट का नाम कैसिनी-हुय्गेंस था. इसे शनि पर पहुंचने में सात साल का समय लगा था.



नासा ने 20 साल के शनि मिशन को समय से पहले ही वायुमंडल में क्रैस करवा दिया था, ताकि ग्रह से जुड़ी जानकारी मिल सके.



कैसिनी ने शनि के चंद्रमा टाइटन पर हाइड्रोकार्बन के महासागर को खोज निकाला है.



कैसिनी से मिले डाटा से वैज्ञानिकों को टाइटन के समुद्री संरचना को समझने में मदद मिली है.



शोधकर्ताओं को टाइटन पर हल्की ज्वारीय धारा के साथ शांत समुद्र मिले है



वैज्ञानिकों का मानना है कि शनि के चंद्रमा के बारे में इस महत्वपूर्ण खोज से आने वाले समय में ग्रहों के चंद्रमाओं पर शोध में मदद करेगी.