कच्चा मांस खाना स्वास्थ्य के लिए सही नहीं माना जाता, लेकीन तंजानिया की एक जनजाति कच्चे मांस को गाजर मूली की तरह खा जाती है.



तंजानिया के इस जनजातिय समुह का नाम हद्जाबे है, ये लोग मुख्य रूप से शिकारी होते हैं.



हद्जाबे जनजाति के लोग जानवरों के शिकार के बाद कच्चा चबा जाते हैं



तनजानिया के इस जनजाति के लोग जानवरों के खून को भी जूस की जरह बड़े चाव से पीते हैं



हद्जाबे जनजाति के लोगों को अभी तक बोलना नहीं आता, ये लोग बातचीत के लिए पक्षियों कि तरह आवाज निकालते हैं.



हद्जाबे जनजाति के लोग आम दुनिया से अनजान हैं, उनलोगों को पढ़ना लिखना भी नहीं आता.



ये लोग 20 से 25 लोगों के समूह में शिविर में रहते हैं, ये लोग कच्चे मांस के साथ फल और शहद भी खाते हैं.



हद्जाबे लोग भले अभी मुख्य धारा से नहीं जुड़े हैं, लेकिन उनकी पहुंच इंटरनेट तक हो गइ है.