स्वीडन ने दो साल के बच्चों पर स्क्रीन टाइम पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है, क्योंकि इसका बुरा असर बच्चों पर पड़ रहा था



रिसर्च में पता चला है कि ज्यादा स्क्रीन के इस्तेमाल से बच्चों और टीनएजर्स में स्लीप डिसऑर्डर, एजायटी, डिप्रेशन की समस्या हो रही है



स्वीडन सरकार ने अडवाइजरी में कहा कि बच्चों को टीवी और मोबाइल फोन समेत किसी भी स्क्रीन की इस्तेमाल की इजाजत नहीं दी जानी चाहिए



अमेरिका, आयरलैंड, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देश पहले ही बच्चों के लिए एडवाइजरी जारी कर चुके हैं



लंबे समय तक स्क्रीन देखने से आंखो पर डिजिटल तनाव, ड्राई आई डिजीज, मायोपिया की समस्या हो सकती है



चीन और कोरिया में तो 50 प्रतिशत बच्चों में मायोपिया हो रहा है



रिर्पोट के मुताबिक जितना अधिक स्क्रीन टाइम, उतना अधिक ऑटिज्म का खतरा रहता है



स्क्रीन की लत बच्चों में एंजायटी पैदा कर रही है, बच्चों के गुस्से में इजाफा हो रहा है