इतिहास में कई ऐसे घटनाएं घटित होती है कि यकीन करना मुश्किल होता है



इसी तरह 112 साल टाइटेनिक डूबने की घटना की आज भी चर्चा होती है



आज भी बात होती है कि किसी शख्स का शव तो दूर एक हड्डी तक क्यों नहीं मिली



टाइटैनिक दुनिया का सबसे बड़ा महासागरीय जहाज था



यह जहाज 1912 में साउथेम्प्टन से न्यूयार्क शहर के लिए जा रहा था



अपनी यात्रा के चार दिन बाद ही यह जहाज लापता हो गया था



जब यह जहाज रवाना हुआ था तो इसमें 2,240 यात्री सवार थे



टाइटैनिक का मलबा 1985 में बैलार्ड ने समुद्र के रोबोट और आर्गोस का प्रयोग कर खोज निकाला था



बैलार्ड ने बताया कि टाईटैनिक 3,800 मीटर नीचे मिला जहां रासायन द्वारा हड्डियों का स्वरुप बदल जाता है



बैलार्ड ने कहा कि जहां टाईटैनिक डूबा वहां हड्डियां पानी में वक्त के साथ घुल गई