पाकिस्तान के दक्षिणी शहर कराची पर चक्रवात आसना का खतरा मंडरा रहा है, यह शहर अरब सागर के तट पर स्थित है
इस शहर का इतिहास तूफानों से बचने का रहा है, कई चक्रवातों के कराची शहर से टकराने के बाद भी यह शरह उनसे बच गया
भक्तों का मानना है कि गाजी और चक्रवात से जुड़ी विरासत, करांची की रक्षा करती है जिनकी दरगाह कराची में है
भारत के गुजरात में कच्छ के रण के ऊपर बना एक गहरा दबाव वाला क्षेत्र अब धीरे-धीरे पाकिस्तान की ओर बढ़ रहा है
गाजी एक सूफी संत मुस्लिम संत थे उनका जन्म सऊदी अरब के मदीना में हुआ था वह अपने भाई सैय्यद मिस्री शाह के साथ सिंध प्रांत के करांची में बसने आए थे
ऐसा माना जाता है कि उन्हें आंतरिक सिंध के जंगलों में घात लगाकर मारा गया था जिसके बाद उनके समर्थकों ने उन्हे एक रेतीली पहाड़ी पर दफनाया था
कई साल की मरम्मत के बाद उनकी दरगाह एक वास्तुशिल्प और आध्यात्मिक आकर्षण का केंद्र बन गई है जो पूरे देश के भक्तों को आकर्षित करती है जो गाजी का आशीर्वाद लेने के लिए पाकिस्तान के दक्षिण में यात्रा करते है
धार्मिक मान्यता है कि एक बार मछुआरों का एक समूह चक्रवात में फंस गया जिसके बाद गाजी ने अपना कटोरा लिया और उसमें पानी भरा जिसके बाद चक्रवात रुक गया
मान्यता है कि जब शहर में चक्रवात आता है तो हजारों भक्त उनके चमत्कार की उम्मीद करते हैं लोगो का उन पर विश्वास है कि उनकी मौजूदगी शहर से चक्रवात को मोड़ देगी