भारत और पाकिस्तान के बीच की सीमा रेखा लंदन के वकील सर सिरिल रैडक्लिफ ने तय की थी



लंदन के वकील सर सिरिल रैडक्लिफ ने हिन्दू बहुमत वाले इलाके भारत में और मुस्लिम बहुमत वाले इलाके पाकिस्तान में शामिल किया



ब्रिटिश संसद ने 18 जुलाई 1947 को भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम पारित किया जिसमें विभाजन की प्रक्रिया को अंतिम रूप दिया गया



सिरिल रैडक्लिफ द्वारा बनाए गए बंटवारे की लाइन को रैडक्लिफ रेखा के नाम से जाना जाता है



रैडक्लिफ रेखा ने पंजाब और बंगाल प्रांतों को दो अलग-अलग क्षेत्रों में विभाजित किया था



ब्रिटेन ने आजादी के पहले सिरिल रैडक्लिफ को सीमा आयोग के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया था



उन्हें भारत के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी और उन्होंने पहले कभी इस उपमहाद्वीप का दौरा नहीं किया था



सिरिल रैडक्लिफ को भारत और पाकिस्तान के बीच बंटवारे की लाइन बनाने के लिए महज 5 हफ्तों का टाइम दिया गया था