ईरान ने इजरायल पर दागीं 20 से ज़्यादा मिसाइलें, जवाब में सीरिया पर भी दागी गईं मिसाइलें
बीते मंगलवार को अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के कार्यकाल में हुए परमाणु समझौते से अमेरिका को बाहर कर लिया. ट्रंप के इस कदम के बाद ईरान के पास अमेरिका के सहियोगी इजरायल को लेकर सतर्कता बरतने की वैसे भी कोई वजह नहीं है. आपको बता दें कि सीरिया में 2011 से गृह युद्ध हो रहा है. देश की बशर अल असद की तानाशाही वाली सरकार विद्रोहियों से लड़ रही है और असद को रूस के साथ-साथ ईरान का भी समर्थन प्राप्त है.
Download ABP Live App and Watch All Latest Videos
View In Appआपको बता दें कि एक हवाई हमले में आठ ईरानी सैनिक मारे गए थे. इस हमले को इजरायल से जोड़कर देख गया. ईरान ने इसका जवाब देने की धमकी दी थी. संभव है कि ईरानी मिसाइलें इसी से जुड़ी बदले की कार्रवाई में फायर की गई हों.
ईरान और इजरायल के एक-दूसरे पर किए गए ताज़ा हमलों में सीरिया पिसता नज़र आ रहा है. हमले की शुरुआत का आरोप ईरान पर है. इजरायल ने आरोप लगाए कि ईरान ने इसके गोलन हाइट्स की पोज़िशन पर करीब 20 मिसाइलें दागीं. जवाबी कार्रवाई में इजरायल ने सीरिया में ईरान के ठिकनों पर कई मिसाइलें दागीं. इजरायल के मिसाइलों ने ईरान के सीरिया में एयर डिफेंस पोजिशंस, रडार स्टेशन और हथियारों के गोदामों पर हमला किया है. ईरान के बचाव में सीरिया ने इजरायल को जवाब दिया है. सीरिया की सेना ने दमिश्क के पास दागी गई दो इजरायली मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया है.
सीरिया की सरकारी मीडिया सना ने एक अलग ही कहानी बयां की. इसके मुताबिक इजरायल ने पहले हमला किया था जिसके जवाब में सीरिया की तरफ से भी हमला किया गया. वहीं, इजरायल ने कहा है कि स्थिति को देखते हुए वो हर विकल्प के लिए तैयार है.
इजरायल के एक मिलिट्री प्रवक्ता ने जानकारी दी कि ईरान की स्पेशल फोर्स ने उनके देश पर मिसाइल हमला किया. आपको बता दें कि ये पहला मौका है जब इरानी फौज ने इजरायल की फौज पर सीधा हमला किया है. बयान में आगे कहा गया कि ईरानी मिसाइलों को हवा में ही मार गिराया गया और इन हमलों में इजरायल में कोई भी हताहत नहीं हुआ है.
- - - - - - - - - Advertisement - - - - - - - - -