ओबामा ने कम करवाई चेल्सी मैनिंग की सज़ा
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अमेरिकी गोपनीय जानकारी एवं दस्तावेज विकीलीक्स को देने के मामले में जेल में बंद चेल्सी मैनिंग को मिली 35 साल की कैद को कम करते हुए उसे लगभग तीन दशक पहले ही रिहा करने की अनुमति दे दी है. सजा में की गई कमी के अनुसार ट्रांसजेंडर मैनिंग को अब 17 मई को रिहा कर दिया जाएगा. सैनिक के रूप में सेवाएं दे चुकीं मैनिंग अगस्त 2013 में दोषी करार दिए जाने के बाद से जेल में बंद हैं. वह पिछले साल दो बार खुदकुशी का प्रयास भी कर चुकी हैं.
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View In Appघोषणा के बाद किए ट्वीट में विकीलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे ने कहा, ‘‘हर उस व्यक्ति का धन्यवाद, जिसने चेल्सी मैनिंग के क्षमादान के लिए अभियान चलाया. आपके साहस और दृढ़ निश्चय ने असंभव को संभव बना दिया.’’ असांजे ने पूर्व में लिए अपने उस संकल्प का जिक्र नहीं किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर ओबामा मैनिंग को क्षमादान दे देते हैं तो वह अमेरिका के समक्ष प्रत्यर्पण करवा लेंगे यानि खुद को अमेरिका के हवाले कर देंगे. बताते चलें कि अफगानिस्तान में कार्यरत रहे मैनिंग ने जूलियन असांजे के साहरे देश में हो रहे अमेरिकी अत्याचारों से दुनिया को रू-ब-रू कराया था जिसके चलते उन्हें 35 सालों की सज़ा दी गई थी.
व्हाइट हाउस ने सजा में कमी किए जाने के बाद कहा कि सैन्य विश्लेषक के तौर पर सेवाएं दे चुकी मैनिंग को 17 मई 2017 को रिहा किया जाएगा. उसे अवैध तरीके से गोपनीय दस्तावेज हासिल करने और उसे विकीलीक्स को देने के लिए 35 साल कैद की सजा सुनाई गई थी. विकीलीक्स ने कहा कि राष्ट्रपति ओबामा ने सेना की पूर्व खुफिया विश्लेषक को क्षमादान देकर शायद उसकी जिंदगी बचा ली है लेकिन विकीलीक्स ने यह भी कहा कि यह फैसला उस नुकसान की भरपाई नहीं करता, जिसे वह झेल चुकी हैं.
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