अफगानिस्तान: एक दिन में हुए तीन बम धमाकों ने 11 बच्चों समेत 40 को उतारा मौत के घाट
विस्फोट में कम से कम 16 लोग घायल हुए हैं. अफगानिस्तान के सीईओ ने कहा, मीडिया पर हमला लोकतंत्र पर हमला है और यह बेजबानों की आवाज कुचलने का प्रयास है.
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View In Appवहीं तीसरे बम धमाके में एक आत्मघाती हमलावर ने विस्फोटकों से लदे वाहन में सुबह करीब 11 बजे दमन जिले के हाजी अब्दुल्ला खान गांव के पास विस्फोट कर दिया, जिससे पास के मदरसा के 11 बच्चों की मौत हो गई. हालांकि, हमलावर का लक्ष्य इलाके में गश्त लगा रहा रोमानियाई दस्ता था.
अमेरिकी राजदूत जॉन बास ने ट्वीट किया, मैं आज काबुल में हुए दोहरे हमलों की निंदा करता हूं. हम अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए अफगान लोगों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं. हमारी संवेदनाएं सच्चाई के लिए खड़े बहादुर पत्रकारों सहित मारे गए लोगों के साथ है.
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने दोहरे बम विस्फोटों की निंदा की है. राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से जारी बयान के मुताबिक, निर्दोष नागरिकों, मस्जिद में नमाज अदा कर रहे लोगों, संवाददाताओं को निशाना बनाकर हमला किया गया.
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) ने अपने समाचार एजेंसी द्वारा अमाक इस हमले की जिम्मेदारी ली है. संगठन का कहना है कि खुफिया सेवाओं के मुख्यालयों को निशाना बनाया गया था.
काबुल पुलिस प्रमुख दाऊद अमीन ने कहा कि दूसरा बम विस्फोट इसके लगभग 20 मिनट बाद हुआ. पहले घटनास्थल पर मौजूद शख्स ने खुद को उड़ा लिया, जिसमें कई पत्रकार और बचावकर्मी मारे गए.
अफगान मीडिया के मुताबिक, मोटरसाइकिल सवार एक आतंकवादी ने शशडराक इलाके में पहला विस्फोट किया. इस जगह पर अफगानिस्तान खुफिया सेवा, रक्षा मंत्रालय, नाटो के कार्यालय और कई विदेशी दूतावास स्थित हैं.
आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने काबुल धमाके की जिम्मेदारी ली है जिसमें एफपी का मुख्य फोटाग्राफर शाह मिराई समेत आठ पत्रकार मारे गए. हालांकि अभी तक किसी ने कांधार हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
अफगानिस्तान की राजधानी में बीते सोमवार को कम समय के अंतराल पर दोहरे आत्मघाती बम धमाके में 8 पत्रकारों समेत कम से कम 29 लोगों की मौत हो गई. इसके कुछ देर बाद कांधार प्रांत में कार बम विस्फोट में एक मदरसे के 11 बच्चों की मौत हो गई.
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