
चैत्र नवरात्रि 2025

चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का एक प्रमुख पर्व है. यह पर्व चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से लेकर राम नवमी तक नौ दिनों तक मनाया जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इन नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की आराधना की जाती है और यह समय शक्ति उपासना, साधना, और आत्मशुद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस वर्ष ये कब से प्रारंभ हो रहा है, और ये क्यों विशेष है, जानते हैं-
चैत्र नवरात्रि 2025 प्रारंभ: 30 मार्च 2025 (रविवार)
राम नवमी: 7 अप्रैल 2025 (सोमवार)
हिंदू नव संवत्सर 2082 का प्रारंभ
चैत्र नवरात्रि 2025 का धार्मिक महत्व
चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसमें मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की पूजा की जाती है. यह पर्व वसंत ऋतु में आता है और राम नवमी तक चलता है. मार्कंडेय पुराण में देवी महात्म्य के अनुसार, चैत्र नवरात्रि में देवी शक्ति की पूजा करने से समस्त विघ्नों का नाश होता है. स्कंद पुराण के अनुसार, यह काल सभी देवी उपासकों के लिए सिद्धि प्राप्ति का उत्तम समय है. रामायण में उल्लेख मिलता है कि भगवान श्रीराम ने रावण पर विजय पाने के लिए इसी काल में देवी दुर्गा की उपासना की थी.
चैत्र शुक्ल प्रतिपदा को नव वर्ष की शुरुआत होती है, जिसे हिंदू नव संवत्सर 2082 के रूप में मनाया जाएगा. इसी दिन से ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी, इसलिए इसे सृष्टि का प्रथम दिन माना जाता है.
चैत्र नवरात्रि 2025 का ज्योतिषीय महत्व
मां दुर्गा की सवारी: 2025 में माता दुर्गा का आगमन और गमन हाथी पर हो रहा है, जो समृद्धि और शुभ संकेत देता है.
ग्रहों की स्थिति: इस बार नवरात्रि के दौरान मीन राशि में 6 ग्रहों की युति बन रही है, जिससे यह समय सिद्धि प्राप्ति के लिए विशेष माना जा रहा है.
राशि अनुसार नवरात्रि उपाय: इस दौरान किए गए विशेष उपाय सभी 12 राशियों पर प्रभाव डालेंगे.
चैत्र नवरात्रि 2025 में देश के अन्य राज्यों में प्रमुख पर्व
उत्तर भारत
- चैत्र नवरात्रि (संपूर्ण भारत)
- राम नवमी (उत्तर प्रदेश, बिहार, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश)
- गुड़ी पड़वा (महाराष्ट्र)
- युगादि (कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना)
- वैशाखी (पंजाब, हरियाणा - अप्रैल में)
दक्षिण भारत:
- युगादि पर्व (कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना)
- पुथांडु (तमिल नव वर्ष - तमिलनाडु में अप्रैल में मनाया जाता है)
पूर्वी भारत:
- चैत्र नवरात्रि (पश्चिम बंगाल, ओडिशा, असम, झारखंड)
- राम नवमी (बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल)
पश्चिम भारत:
- गुड़ी पड़वा (महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश)
- राम नवमी (गुजरात, राजस्थान)
उत्तर-पूर्व भारत:
- राम नवमी (असम, त्रिपुरा, मेघालय के कुछ क्षेत्रों में)
- मणिपुर में हिंदू नववर्ष मनाया जाता है
चैत्र नवरात्रि 2025 कैलेंडर

तारीख | मां दुर्गा का स्वरूप | पूजा का शुभ मुहूर्त | लकी कलर |
---|---|---|---|
30 मार्च | मां शैलपुत्री | 06:15 AM - 10:20 AM | पीला |
31 मार्च | मां ब्रह्मचारिणी | 04:45 AM - 05:30 AM | हरा |
1 अप्रैल | मां चंद्रघंटा | 11:50 AM - 12:50 PM | ग्रे |
2 अप्रैल | मां कूष्मांडा | 11:55 AM - 12:50 PM | नारंगी |
3 अप्रैल | मां स्कंदमाता | 11:55 AM - 12:48 PM | सफेद |
4 अप्रैल | मां कात्यायनी | 11:50 AM - 12:47 PM | लाल |
5 अप्रैल | मां कालरात्रि | 11:50 AM - 12:47 PM | नीला |
6 अप्रैल | मां महागौरी | 11:50 AM - 12:46 PM | बैंगनी |
7 अप्रैल | मां सिद्धिदात्री | 04:30 AM - 05:10 PM | गुलाबी |
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