मुंबईः महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने सवाल किया कि उत्तर प्रदेश सरकार ने उनको क्यों रोका जो हाथरस पीड़िता के परिवार वालों से मिलना चाहते थे. उन्होंने आश्चर्य प्रकट करते हुए कहा कि मीडिया उत्तर प्रदेश में बीजेपी सरकार से प्रश्न क्यों नहीं पूछ रहा है. ठाकरे ने कहा, “कोई मृतका के परिजनों से मिलने जा रहा था तो उन्हें क्यों रोका गया और बदसलूकी क्यों की गई? सरकार को किसका डर है?”
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा और लगभग 150 पार्टी कार्यकर्ताओं को हाथरस जाते हुए ग्रेटर नोएडा में हिरासत में ले लिया गया था. बाद में उन्हें निजी मुचलका जमा करने पर उन्हें छोड़ दिया गया.
हाई कोर्ट ने यूपी के सीनियर अधिकारियों को भेजा समन
इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ के न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह की पीठ ने उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक को समन जारी कर सभी से 12 अक्टूबर को अदालत में पेश होने और मामले में स्पष्टीकरण देने को कहा है. पीठ ने पीड़िता के माता-पिता से भी कहा है कि वे अदालत आकर अपना पक्ष रखें.
वहीं लखनऊ में अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने कहा, ‘‘ एफएसएल की रिपोर्ट आ गयी है. उसमें स्पष्ट कहा गया है कि सैंपल में शुक्राणु नहीं मिले हैं. इससे स्पष्ट हो जाता है कि रेप या गैंगरेप नहीं किया गया.’’ कुमार ने कहा कि वारदात के बाद युवती ने पुलिस को दिए गए अपने बयान में भी अपने साथ रेप होने की बात नहीं कही थी. हालांकि, विशेषज्ञों ने सवाल उठाया कि क्या शुक्राणु नहीं मिलना निर्णायक ढंग से रेप की संभावनाओं को नकारता है.
उधर बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था पर कड़ा हमला करते हुए केंद्र सरकार से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन करने या राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की.
इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, 'ये जो भाई-बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिये था. राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है.'
इसके अलावा हाथरस के जिलाधिकारी पीके लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है जो आगामी 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी.
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