Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के ठाणे इलाके में शिवसेना (एकनाथ शिंदे) ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के सियासी गुरु दिवंगत आनंद दिघे की तस्वीर के सामने कुछ लोगों के नाचने और नोट बरसाने का वीडियो सामने आने के बाद बड़ी कार्रवाई की है. जहां ठाणे इकाई के दो पदाधिकारियों को शिवसेना ने बर्खास्त कर दिया है.


पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, ये घटना 12 सितंबर को गणेश उत्सव के समय की है. जब ठाणे के दिवंगत आनंद दिघे आश्रम (आनंद आश्रम) में सात दिवसीय गणपति विसर्जन समारोह आयोजित किया गया था. इस समय पूरा क्षेत्र ढोल-नगाड़ों की आवाज से गूंज उठा. हालांकि, विसर्जन जुलूस के दौरान ढोल बजाने वाले पर पैसे फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.


आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे ने घटना पर जताया विरोध


इस वीडियो के वायरल होने के बाद दिवंगत आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे ने घटना का कड़ा विरोध किया है. केदार दिघे ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर एक वीडियो पोस्ट किया. जिसमें केदार ने कहा कि आनंदाश्रम एक पवित्र स्थान है. आपने आनंद आश्रम में नोट उड़ा दिये, जिसके चलते दिघे साहब की समाज सेवा की पवित्रता नष्ट हो गई. हमने अपनी ख़ुशी खो दी!






जानिए क्या है पूरा मामला?


वायरल हुए एक वीडियो में शिवसेना के कुछ स्थानीय पार्टी कार्यकर्ता आनंद आश्रम में दिघे की तस्वीर के सामने नाचते और पैसे बरसाते नजर आ रहे हैं. दिघे आनंद आश्रम से शिवसेना की ठाणे इकाई का संचालन करते थे. इस वीडियो की क्लिप बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. मुख्यमंत्री शिंदे और ठाणे से सांसद नरेश म्हास्के ने इस घटना को लेकर नाराजगी जताई और इसे ‘‘बेहद अप्रिय’’ बताया.


शिवसेना ने दो पदाधिकारियों को किया बर्खास्त-नरेश म्हास्के


ठाणे से शिवसेना सांसद नरेश म्हास्के ने कहा कि आनंद दिघे जिस सम्मानजनक तरीके से इस प्रकार के उत्सवों को मनाते थे. यह घटना उसके विपरीत है. ऐसे में म्हास्के द्वारा शनिवार (14 सितंबर) रात को जारी आदेश के अनुसार इस मामले में पार्टी के दो पदाधिकारियों को बर्खास्त कर दिया गया है. इस आदेश में शिवसेना ने पार्टी के दो पदाधिकारी नितिन पटोले और निखिल बुडजड़े पर कार्रवाई करते हुए पद से बर्खास्त कर दिया है. साथ ही दोनों से ये कहा गया है कि आपने ऐसा क्यों किया इस बात का खुलासा दो दिन में करे.


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