China-India Border Dispute: भारतीय विदेश मंत्री डॉ जयशंकर ने गुरुवार (12 सितंबर) को जेनेवा में चीन और भारत के रिश्तों के बारे में कहा कि भारत चीन की सेना के बीच 75 फ़ीसदी मिलिटरी डिसइंगेजमेंट का काम पूरा हो चुका है. जिसके एक दिन बाद ही चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से बयान आया कि बीते सालों में भारत चीन सीमा पर वेस्टर्न सेक्टर में दोनों देश की सेनाओं ने 4 इलाकों से वापसी कर ली है. इस पर अब पाकिस्तानी लोगों ने भारत के प्रति अपनी राय रखी है.


पाकिस्तानी यूट्यूब चैनल रियल इंटरटेनमेंट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने चीन को सीमा से खदेड़ दिया है. अब पाकिस्तानी लोगों का कहना है कि चीन को अब पता चल गया है कि इंडिया अब पहले वाला इंडिया नहीं रहा. अब चीन भारत पर दबाव डालकर अपनी बात नहीं मनवा सकता. पिछले 3 सालों से चीन ने लद्दाख के पीक प्वाइंट पर पीएलए तैनात कर दी. इस पर भारत ने भी अपनी फौज सामने खड़ी कर दी. 


पिछले 4 से 5 सालों में चीन को आई अक्ल!


इस दौरान पाकिस्तानी शख्स ने एक यूट्यूब चैनल से बातचीत में बताया कि पिछले 4 से 5 सालों में चीन को अब समझ आ गया है कि भारत अब बहुत ताकतवर हो गया है. हमें भारत के साथ बातचीत से ही सुलह करनी होगी. चीन को भी पता है भारत अब आर्थिक प्रगति में चीन से पीछे चल रहा है. ऐसे में आने वाले समय में ये भारत चीन से भी आगे आ जाएगा. उनका कहना है कि इसलिए चीनी समझ गए है, भारत से दोस्ती रखेंगे तो फायदा होगा. इसलिए वो अब बातचीत से सुलह कर रहे हैं.


जानिए चीन ने LAC को लेकर क्या कहा?


चीन के विदेश मंत्रालय ने एस जयशंकर के बयान के बाद कहा है कि भारत और चीन के बीच सीमा पर हालात आमतौर पर स्थिर और नियंत्रण में है. चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने कहा है कि 12 सितंबर को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने सेंट पीटर्सबर्ग में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाक़ात की. जिसके बाद दोनों पक्षों ने सीमा से जुड़े मुद्दों पर पर हाल ही में हुई बातचीत में हुई प्रगति पर चर्चा की थी.



चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता के मुताबिक दोनों देशों के नेताओं ने आम सहमति को आगे बढ़ाने, आपसी समझ और विश्वास को बढ़ाने, द्विपक्षीय संबंधों के लिए बेहतर माहौल बनाने और इस दिशा में संवाद बनाए रखने पर सहमति जताई है.


उन्होंने कहा, "हाल के सालों में दोनों देशों की अग्रिम पंक्ति के सैनिकों ने चीन-भारत सीमा के पश्चिमी क्षेत्र में चार जगहों पर पीछे हटने का विचार किया है, जिसमें गलवान घाटी भी शामिल है. चीन-भारत की सीमा पर हालात आम तौर पर स्थिर और नियंत्रण में हैं."



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