(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Paris Olympics 2024: जीत की खुशी में उज्बेकिस्तान के हेड कोच को पड़ा दिल का दौरा, फिर 'भारतीय' डॉक्टर बने मसीहा
Tulkin Kilichev: उज्बेकिस्तान के गोल्ड मेडल जीतने के बाद तुलकिन किलिचेव बीमार पड़ गए. इसके बाद भारतीय मूल के डॉक्टर हरज सिंह और फिजियोथेरेपिस्ट रॉबी लिलीस ने तुलकिन किलिचेव की जान बचाई.
Uzbekistan Head Coach Cardiac Arrest: पेरिस ओलंपिक में उज्बेकिस्तान की बॉक्सिंग टीम ने गोल्ड मेडल अपने नाम किया. इसके बाद उज्बेकिस्तान टीम के हेड कोच तुलकिन किलिचेव खुशी से उछल पड़े, लेकिन यह खुशी भारी पड़ी. तुलकिन किलिचेव की तबियत बिगड़ने लगी. इसके बाद ब्रिटेन के ट्रेनिंग स्टाफ के दो सदस्यों ने दिल का दौरा पड़ने से बचाया. दरअसल, पेरिस ओलंपिक में उज्बेकिस्तान की टीम ने 5 गोल्ड मेडल जीते. यह उज्बेकिस्तान का ओलंपिक में बीते 20 सालों में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. वहीं, इस जीत के बाद कोच तुलकिन किलिचेव ने जमकर जश्न मनाया, लेकिन इस वक्त वह हॉस्पिटल में एडमिट हैं.
गुरुवार को उज्बेकिस्तान के गोल्ड मेडल जीतने के बाद तुलकिन किलिचेव बीमार पड़ गए. इसके बाद भारतीय मूल के डॉक्टर हरज सिंह और फिजियोथेरेपिस्ट रॉबी लिलीस ने तुलकिन किलिचेव की जान बचाई. इस दौरान दोनों डॉक्टरों ने उन्हें सीपीआर दिया और लिलीस ने डिफाइब्रिलेटर (हृदय गति सामान्य करने के लिए इस्तेमाल होने वाली मशीन) का इस्तेमाल किया. वहीं, सुपर हैवीवेट गोल्ड मेडल जीतने वाले बखोदिर जलोलोव ने कहा कि पिछले 2 दिनों से तुलकिन किलिचेव संपर्क में हैं और उनके मुक्केबाजों ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया.
पेरिस ओलंपिक में उज्बेकिस्तान के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले बखोदिर जलोलोव आगे कहते हैं कि तुलकिन किलिचेव वास्तव में क कोच या पिता से कहीं अधिक हैं. उन्होंने हमें पाला है, उन्होंने हमें शिक्षित किया है, हम तक खेल भावना पहुंचाई है. वह हमेशा मेरे दिल में रहे हैं और कल हम उनसे अस्पताल में मिलने जाएंगे. वहीं, तुलकिन किलिचेव का इलाज करने वाले डॉक्टरों का कहना है कि कोचिंग टीम वार्म-अप क्षेत्र में वापस आई और वे सभी जश्न मना रहे थे, और फिर उस क्षेत्र से चिल्लाने की आवाज आई. जिसके बाद हमने देखा तुलकिन किलिचेव की तबियत ठीक नहीं है.
ये भी पढ़ें-
दुनिया की सबसे खूबसूरत एथलीट हैं Alica Schmidt, पेरिस ओलंपिक में सभी को बना डाला दीवाना