(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Olympics 2024: पिछले ओलंपिक में कैसा रहा था भारत का प्रदर्शन, पिछली बार से कितने ज्यादा मेडल ला सकते हैं भारतीय एथलीट
Paris Olympics 2024: भारत ने पिछली बार टोक्यो ओलंपिक्स में कुल 7 पदक जीते थे. इस बार जानिए कौन से भारतीय एथलीट पदक जीतने के दावेदार लग रहे हैं.
India Medals at Olympics: 2020 टोक्यो ओलंपिक खेल काफी अलग रहे क्योंकि उनका आयोजन कोविड-19 महामारी के कारण 2021 में करवाया गया था. भारत पिछली बार कुल 7 पदक जीतने में सफल रहा था, जिनमें एक स्वर्ण, 2 रजत और 4 कांस्य पदक शामिल रहे. पिछली बार नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतने वाले अकेले एथलीट रहे, जिन्होंने जेवलिन थ्रो में यह कारनामा किया था. इस बार पेरिस ओलंपिक्स (Paris Olympics) में सबसे बड़ा भारतीय दल जा रहा है, जहां 120 से अधिक एथलीट पदक के लिए दावेदारी पेश करेंगे. तो चलिए जानते हैं कि इस बार भारत के एथलीट कितने मेडल जीत कर ला सकते हैं.
नीरज चोपड़ा से फिर उम्मीदें
नीरज चोपड़ा ने 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में नीरज चोपड़ा ने 87.58 मीटर की दूरी पर भाला फेंक कर स्वर्ण पदक पक्का किया था. 2024 में भी उन्होंने अपनी तैयारियों को बल दिया है. नीरज ने 2024 सीजन में पहले दोहा डायमंड लीग में 88.36 मीटर दूर भाला फेंक कर दूसरा स्थान हासिल किया था और ये उनका सीजन बेस्ट भी रहा. उसके बाद भुवनेश्वर में हुए फेडरेशन कप में उन्होंने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया था. हालिया फॉर्म को देखते हुए नीरज दोबारा स्वर्णिम अक्षरों से इतिहास लिख सकते हैं.
बैडमिंटन में आ सकते हैं 2 पदक
भारत की टॉप महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु के लिए यह सीजन अच्छा नहीं गुजरा है. उनकी रैंकिंग में लगातार गिरावट हो रही है. मास्टर्स टूर्नामेंट में इस साल उन्होंने सिर्फ एक फाइनल खेला है और एक भी टूर्नामेंट नहीं जीत सकी हैं. मगर ओलंपिक में सिंधु जी-जान लगाकर परफॉर्म करती हैं. उन्हें ओलंपिक खेलों में एक रजत और एक कांस्य पदक जीतने का अनुभव है. दूसरी ओर मेंस डबल्स में चिराग शेट्टी और सात्विकसाईराज रेड्डी की जोड़ी ने पूरी दुनिया में भारत का परचम लहराया है और वो फिलहाल दुनिया की तीसरे नंबर की टीम है. चिराग और रेड्डी की इस टीम से इस बार भारतीय खेमे को स्वर्ण पदक की उम्मीद है.
हॉकी का स्वर्णिम सफर फिर से होगा शुरू
भारत की हॉकी टीम के लिए पिछला एक साल अच्छा नहीं रहा है. 2023 तक टीम इंडिया वर्ल्ड रैंकिंग्स में तीसरे स्थान पर बनी हुई थी, लेकिन पिछले 10-12 महीने के अंदर टीम सातवें स्थान पर खिसक गई है. मगर हॉकी का स्क्वाड काफी हद तक टोक्यो ओलंपिक्स जैसा ही है, जिसने कांस्य पदक पर कब्जा जमाया था. इस बार अनुभव के साथ टीम के अंदर युवा जोश भी है. इस बार भारत हॉकी में अपना कुल 13वां पदक जीतना चाहेगा.
शूटिंग, भारोत्तोलन और बॉक्सिंग में भी पदक की उम्मीद
पिस्टल शूटिंग में इस बार रिदिम सांगवान पर सबकी नजरें होंगी, जिन्होंने 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप में 25 मीटर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था. उनके अलावा मनु भाकर पिछली बार के निराशाजनक प्रदर्शन से उबर कर बेहतर प्रदर्शन करना चाहेंगी. मनु भाकर यूथ ओलंपिक्स में एक बार स्वर्ण और एक बार रजत पदक विजेता रही हैं. उनके अलावा दिवयांश सिंह पवार, ऐश्वर्य प्रताप तोमर से भी शूटिंग में पदक की उम्मीद है.
वहीं भारोत्तोलन में पिछली बार मीराबाई चानू ने रजत पदक जीता था. वो इस बार अपने पदक का रंग गोल्डन करना चाहेंगी. भारत, कुश्ती का गढ़ रहा है और पिछली बार भारत ने कुश्ती में 2 पदक जीते थे. अमन सहरावत, विनेश फोगाट और अंशु मलिक समेत अन्य पहलवान मिलकर 3-4 पदक भारत की झोली में डाल सकते हैं. वहीं बॉक्सिंग में अमित पंगल और निखत जरीन और लवलिना पदक के सबसे बड़े दावेदार बने हुए हैं.
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