India Wins Gold: बचपन में फुटबॉलर बनना चाहते थे मनीष नरवाल, पिता के दोस्तों की सलाह पर शुरू की निशानेबाजी
Tokyo Paralympic 2020: मनीष नरवाल ने P4 मिक्स्ड 50 मीटर एयर पिस्टल SH-1 इवेंट में गोल्ड पर निशाना साध इतिहास रचा है. उनका एक हाथ जन्म से ही खराब है. मनीष ने साल 2016 में शूटिंग की शुरुआत की थीं.
Tokyo Paralympic 2020: टोक्यो पैरालंपिक 2020 के निशानेबाजी इवेंट में भारतीय पैराशूटर्स का जबर्दस्त प्रदर्शन आज भी जारी रहा है. आज भारत के मनीष नरवाल ने भारत की झोली में एक और गोल्ड मेडल डाल दिया है. महज 19 साल के मनीष नरवाल ने P4 मिक्स्ड 50 मीटर एयर पिस्टल SH-1 इवेंट में 218.2 के स्कोर के साथ गोल्ड पर निशाना साध ये इतिहास रचा है. इसी इवेंट में भारत के ही सिंघराज ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है.
बचपन में बनना चाहते थें फुटबॉलर
17 अक्टूबर, 2001 में जन्में मनीष हरियाणा के कथूरा गांव के रहने वाले हैं. उनका एक हाथ जन्म से ही खराब है. मनीष बचपन में फुटबॉलर बनना चाहते थें. हालांकि दिव्यांगता के चलते उनके लिए इस खेल में काफी चुनौतियां थीं. मनीष के पिता दिलबाग सिंह परिवार संग काफी साल पहले फरीदाबाद में आकर रहने लगे थे. साथ ही वो भी एक पहलवान रह चुके हैं. पिता दिलबाग के दोस्तों ने मनीष को शूटिंग में करियर बनाने की राय दी. जिसके बाद उन्होंने साल 2016 में फरीदाबाद में ही शूटिंग की शुरुआत की.
मनीष ने निशानेबाजी के खेल में शानदार शुरुआत की और कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में मेडल जीत देश का नाम रोशन किया. उन्होंने 2018 में जकार्ता एशियाई खेलों के 10 मी और 50 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम कर इतिहास रच दिया था. इसके बाद साल 2019 में सिडनी में आयोजित वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स चैंपियनशिप में मनीष ने P1 और P4 (व्यक्तिगत और टीम) में तीन ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किए थे.
यूएई में विश्व रिकॉर्ड के साथ जमाया गोल्ड पर कब्जा
अल ऐन, यूएई में आयोजित वर्ल्ड शूटिंग पैरा स्पोर्ट्स चैंपियनशिप 2021 में मनीष ने P4 मिक्स्ड 50 मीटर एयर पिस्टल SH1 इवेंट में नया विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल पर निशाना साधा था. साल 2020 में उन्हें अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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