Olympics 2024: पीआर श्रीजेश पर मेहरबान केरल सरकार, CM ने किया करोड़ों रुपयों के नकद ईनाम का एलान
PR Sreejesh: भारतीय हॉकी टीम के दिग्गज गोलकीपर पीआर श्रीजेश को पेरिस ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत के लिए केरल सरकार करोड़ों रुपयों की इनामी राशि देने वाली है.
PR Sreejesh 2 Crore Cash Award: पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारत की ब्रॉन्ज मेडल विजेता हॉकी टीम का हिस्सा रहे पीआर श्रीजेश को केरल सरकार ने 2 करोड़ रुपये नकद देने का एलान किया है. श्रीजेश केरल से आते हैं और उन्होंने ओलंपिक्स की ब्रॉन्ज मेडल जीत के बाद हॉकी के खेल से रिटायरमेंट ली थी. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन की मौजूदगी में हुई एक कैबिनेट मीटिंग में भारतीय टीम के इस दिग्गज गोलकीपर को 2 करोड़ रुपये की इनामी राशि देने पर चर्चा हुई और उस पर मुहर भी लगा दी गई.
सीएमओ द्वारा जारी किए गए स्टेटमेंट में कहा गया - पीआर श्रीजेश, जो पेरिस ओलंपिक्स 2024 में भारतीय हॉकी टीम के साथ ब्रॉन्ज मेडल जीतकर लाए हैं, उन्हें 2 करोड़ रुपये की ईनामी राशि दी जाएगी." याद दिला दें कि श्रीजेश टोक्यो ओलंपिक्स में भी भारत की ब्रॉन्ज मेडल विजेता टीम का हिस्सा रहे थे. उस समय भी उन्हें मेडल जीतने के लिए 2 करोड़ रुपये का ईनाम दिया गया था. इस बीच ओडिशा में भारतीय हॉकी टीम को सम्मानित किया गया है. इस संबंध में श्रीजेश ने X पर पोस्ट करते हुए बताया कि उन्हें ओडिशा की बहुत याद आएगी, जो उनके दूसरे घर के समान है.
The love, the support, the energy…I will miss you Odisha 🙏
— sreejesh p r (@16Sreejesh) August 21, 2024
My second home 🤗@CMO_Odisha @MohanMOdisha @suryabanshibjp @sports_odisha @TheHockeyIndia pic.twitter.com/vitPTHznkt
केरल में हुआ भव्य स्वागत
पीआर श्रीजेश ने कहा था कि वो भारत की जूनियर हॉकी टीम का हेड कोच पद संभालने से पहले 2-3 महीने का ब्रेक लेना चाहते हैं. उनका कहना था कि वो कोच की बड़ी जिम्मेदारी लेने से पहले मानसिक तौर पर पूरी तरह फिट महसूस करना चाहते हैं. इस बीच ओलंपिक्स में ब्रॉन्ज मेडल जीत के बाद श्रीजेश 16 अगस्त को कोच्चि हवाई अड्डे पर लैंड हुए थे. वहां उनका ग्रैंड वेलकम हुआ और साथ ही कोच्चि एयरपोर्ट से लेकर पलारीवटम तक रोड शो भी आयोजित किया गया था.
श्रीजेश ने करीब 18 साल भारतीय सीनियर हॉकी टीम को अपनी सेवाएं प्रदान की थीं. वहीं 2011 से वो निरंतर टीम इंडिया का हिस्सा बने हुए थे. इस लंबे सफर में उन्होंने 2 ओलंपिक मेडल, दो बार हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी में सिल्वर मेडल जीतने के अलावा एशियाई और राष्ट्रमंडल खेलों में भी भारत की सफलता में अहम योगदान दिया था.
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