Vinesh Phogat: विनेश का केस हुआ डिसमिस, तो निराशा में डूबे महावीर फोगाट; नियमों पर किया तीखा प्रहार
Vinesh Phogat Case Dismissed: विनेश फोगाट का केस CAS द्वारा डिसमिस किए जाने से पूरा देश आहत है. इस पर महावीर सिंह फोगाट ने भी बहुत अहम प्रतिक्रिया सामने रखी है.
Mahavir Phogat on Vinesh Phogat Case Dismissed: 14 अगस्त 2024 का दिन भारतीय खेल जगत लंबे अरसे तक भूल नहीं पाएगा क्योंकि इसी दिन विनेश फोगाट की पेरिस ओलंपिक्स में सिल्वर मेडल दिए जाने की अपील खारिज की है. इस खबर से पूरा देश आहत है, लेकिन सबसे ज्यादा ठेस उनके परिवार को पहुंची है. अब विनेश के अंकल, महावीर फोगाट ने भी CAS द्वारा केस खारिज किए जाने पर निराशा व्यक्त की है.
अंदर एक जुनून था
इंडियन एक्स्प्रेस अनुसार महावीर फोगाट ने विनेश को मेडल ना मिलने पर नाराजगी जाहिर की है. महावीर फोगाट अनुसार जब विनेश रियो ओलंपिक्स में घुटने की चोट के बाद घर लौटीं तो उनके अंदर एक जुनून था. विनेश ने अपने अंकल से कहा कि यह उनके ओलंपिक ड्रीम के सपने का अंत नहीं है और वो आगे मेहनत जारी रखेंगी. वर्ल्ड चैंपियनशिप में दो बार ब्रॉन्ज मेडल जीतना विनेश को प्रोत्साहित कर रहा था कि उन्हें ओलंपिक मेडल जरूर जीतना है.
ऐसी घटनाएं मानसिक हालत के लिए ठीक नहीं
महावीर फोगाट कहते हैं कि जब उन्हें विनेश फोगाट के डिसक्वालीफिकेशन के बारे में पता चला तो पूरा परिवार चौंक उठा और बहुत निराश था. इस तरह की घटनाएं किसी एथलीट की मानसिक हालत बिगाड़ सकती हैं. फिर चाहे उसे अपने बहन-भाइयों और परिवार से सपोर्ट ही क्यों ना मिला हो, लेकिन यह घटना एथलीट की मानसिक हालत के लिए ठीक नहीं है.
नियमों में होना चाहिए बदलाव
याद दिला दें कि विनेश फोगाट ने बिना किसी समस्या के फाइनल तक की राह तय की थी, लेकिन फाइनल मुकाबले के दिन उनका वजन 50 किलोग्राम के तय मानक से 100 ग्राम अधिक पाया गया. इस कारण उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इस पर महावीर फोगाट का कहना है कि नियमों में बदलाव किया जाना जरूरी है. इस तरह डिसक्वालीफाई करने से एथलीट की पहले दिन से की गई मेहनत बेकार चली जाती है. वजन करने की प्रक्रिया में बदलाव और इस पर सही बहस की जरूरत है.
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