सालों की मेहनत का नतीजा है नीरज चोपड़ा का गोल्ड मेडल, जानिए सरकार ने उनकी तैयारियों पर किया कितना खर्च
SAI के अनुसार टोक्यो ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा की तैयारियों और विदेश में उनकी ट्रेनिंग और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए केंद्र सरकार ने 450 दिनों में 4.85 करोड़ रुपये खर्च किए थे.
भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा ने जेवलीन थ्रो (भाला फेंक) में गोल्ड मेडल जीत टोक्यो ओलंपिक में भारत के अभियान का शानदार अंत किया. ओलंपिक में ट्रैक एंड फील्ड के किसी इवेंट में गोल्ड मेडल जीतने वाले नीरज देश के पहले एथलीट हैं. साथ ही ये ओलंपिक इतिहास में केवल दूसरा मौका है जब किसी भारतीय एथलीट ने व्यक्तिगत इवेंट में गोल्ड मेडल जीता हो. नीरज से पहले अभिनव बिंद्रा ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में निशानेबाजी की 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में ये कारनामा किया था.
नीरज के टोक्यो ओलंपिक तक के इस गोल्ड मेडल के सफर में सरकार की टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम (TOPS) के साथ साथ उनके प्राइवेट स्पॉन्सर JSW का भी योगदान रहा है. आइए जानते हैं भारत सरकार ने नीरज की ट्रेनिंग और ओलंपिक की तैयारियों पर कितना इन्वेस्ट किया है.
2016 में अंडर-20 का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ मिली थी पहचान
गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने साल 2016 की IAAF World U20 Championships में अंडर-20 का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया था. इस टूर्नामेंट में उन्होंने 86.48 मीटर तक भाला फेंक अंडर-20 का ये नया विश्व रिकॉर्ड स्थापित किया था. उनका ये थ्रो उसी साल आयोजित रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने के लिए काफी था, लेकिन इस टूर्नामेंट तक इन ओलंपिक की क्वालिफिकेशन डेडलाइन समाप्त हो चुकी थी. जिसके चलते नीरज को अपने पहले ओलंपिक मेडल के लिए पांच साल का लंबा इंतजार करना पड़ा.
इन पांच सालों में केंद्र सरकार ने TOPS योजना के अंतर्गत उनकी ट्रेनिंग और ओलंपिक की तैयारियों पर खर्चा किया. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया (SAI) के अनुसार टोक्यो ओलंपिक से पहले नीरज चोपड़ा की तैयारियों और विदेश में उनकी ट्रेनिंग और टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए केंद्र सरकार ने 450 दिनों में 4.85 करोड़ रुपये खर्च किए. इस दौरान नीरज ने 26 टूर्नामेंट में भाग लिया. साथ ही उन्होंने दक्षिण अफ़्रीका, पोलैंड, टर्की, फिनलैंड, चेक रिपब्लिक और स्वीडन में ट्रेनिंग कैम्प में भी हिस्सा लिया.
टोक्यो ओलंपिक से ठीक पहले नीरज ने अपनी तैयारियों के तहत यूरोपीयन टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए स्वीडन में 50 दिन का ट्रेनिंग कैम्प लगाया था. उनके इस ट्रेनिंग कैम्प पर सरकार ने 19 लाख 22 हजार रुपये की राशि खर्च की थी.
नीरज के कोच को अब तक दिया गया है 1 करोड़ 22 लाख वेतन
नीरज चोपड़ा के लिए अक्टूबर 2017 में जेवलीन थ्रो के महान खिलाड़ी रहे उवे होन की कोच के तौर पर नियुक्ति की गई थी. हालांकि मई 2019 में नीरज की कोहनी में चोट के बाद इसी साल के अंत में उनके मौजूदा कोच डॉक्टर क्लौस बर्टोनिख को चुना गया. केंद्र सरकार के अनुसार अब तक बर्टोनिख को सैलरी के तौर पर 1 करोड़ 22 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है.
साथ ही SAI के अनुसार, नीरज के लिए अब तक चार जेवलीन (भाले) खरीदे गए हैं, जिनकी कीमत 4 लाख 35,000 रुपये हैं.
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