(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Tokyo Paralympic 2020: जेवलीन थ्रो इवेंट में भारत का डबल धमाल, झाझरिया ने सिल्वर तो सुंदर गुर्जर ने ब्रॉन्ज जीत रचा इतिहास
Tokyo Paralympic 2020: जेवलीन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया और सुंदर गुर्जर ने भारत को दोहरी सफलता दिलाई है. झाझरिया ने F46 कैटेगरी में सिल्वर मेडल और सुंदर गुर्जर ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया है.
Tokyo Paralympic 2020: टोक्यो पैरालिंपिक में आज भारत ने दिन की शुरुआत के साथ ही चार मेडल अपने नाम कर लिए हैं. जेवलीन थ्रो में देवेंद्र झाझरिया और सुंदर गुर्जर ने भारत को दोहरी सफलता दिलाई है. झाझरिया ने जेवलीन थ्रो की F46 कैटेगरी में 64.35 मीटर की दूरी तक भाला फेंक सिल्वर मेडल अपने नाम किया. ये झाझरिया का पर्सनल बेस्ट स्कोर भी है. पैरालिंपिक खेलों में ये झाझरिया का तीसरा मेडल है. इस से पहले उन्होंने 2004 के एथेंस पैरालिंपिक और 2016 के रियो पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल अपने नाम किया था.
वहीं सुंदर गुर्जर इसी कैटेगरी में 64.01 की दूरी तक भाला फेंक ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. इससे पहले आज सुबह भारत के लिए पैरा शूटर अवनि लेखरा ने गोल्ड मेडल जीता था, जबकि डिस्कस थ्रो में योगेश कठुनिया ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया था. भारत के पैरा एथलीटों ने कल भी दो सिल्वर मेडल अपने नाम किए थे. ये झाझरिया का पर्सनल बेस्ट स्कोर भी है. पैरालिंपिक खेलों में ये झाझरिया का तीसरा मेडल है. इस से पहले उन्होंने 2004 के एथेंस पैरालिंपिक और 2016 के रियो पैरालिंपिक
देवेंद्र ने तीसरे प्रयास में तय किया सिल्वर मेडल
40 साल के देवेंद्र झाझरिया ने अपने पहले प्रयास में 60.28 मीटर की दूरी तक भाला फेंक शानदार शुरुआत की. इसके बाद उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में 60.62 और तीसरे प्रयास में 64.35 मीटर की दूरी तक भाला फेंका. अंत में उनका ये तीसरा प्रयास सिल्वर मेडल जीतने के लिए काफी साबित हुआ. देवेंद्र ने श्रीलंका के खिलाड़ी को कड़ी टक्कर देने की कोशिश की. हालांकि उनका चौथा और पांचवे प्रयास विफल रहा. अपने छठे प्रयास में झाझरिया ने 61.23 मीटर की दूरी तक भाला फेंका.
वहीं सुंदर गुर्जर अपने पहले चार प्रयासों के बाद 62.26 मीटर तक ही भाला फेंक पाए थें और चौथे स्थान पर बने हुए थें. हालांकि पांचवे प्रयास में गुर्जर ने 64.01 मीटर की दूरी तय कर भारत के लिए इस इवेंट में दोहरी सफलता सुनिश्चित कर दी.
एशिया के नाम रहे जेवलीन थ्रो F46 कैटेगरी के तीनों मेडल
जेवलीन थ्रो की F46 कैटेगरी में गोल्ड मेडल श्रीलंका के हेराथ मुडियानसेला ने जीता. उन्होंने अपने तीसरे प्रयास में 67.79 मीटर की दूरी तक भाला फेंक ये कारनामा किया. इसके साथ ही इस इवेंट में पूरी तरह से एशिया के पैरा एथलीटों का दबदबा रहा और तीनों मेडल श्रीलंका और भारत के खाते में गए.
पैरालिंपिक खेलों में भारत का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
टोक्यो पैरालिंपिक खेलों भारत ने कुल छह मेडल अपने नाम कर लिए हैं. जबकि कल डिस्क्स थ्रो के F52 कैटेगरी में पैरा एथलीट विनोद कुमार का ब्रॉन्ज मेडल अभी होल्ड पर है. अगर आज विनोद कुमार का मेडल भी कंफर्म हो जाता है तो इन खेलों में भारत के मेडल की संख्या सात हो जाएगी जो उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन होगा. भारत के लिए कल निषाद कुमार ने हाई जंप और भाविना पटेल ने टेबल टेनिस में सिल्वर मेडल जीता था. भारत के एक अन्य पैरा एथलीट विनोद कुमार ने डिस्क्स थ्रो के F52 कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता था, लेकिन फिलहाल उनका रिजल्ट होल्ड पर रखा गया है.
वहीं आज भारत की पैरा शूटर अवनि लेखरा ने महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH1 इवेंट में नया पैरालिंपिक रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. ये टोक्यो पैरालिंपिक में भारत का पहला गोल्ड मेडल है. इसके अलावा आज डिस्कस थ्रो की F56 स्पर्धा में योगेश कठुनिया ने सिल्वर मेडल भी अपने नाम किया है.
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