दान के पैसों से पहुंचा ओलंपिक, पाकिस्तान के एथलीट की कहानी; जेवलिन थ्रो के फाइनल में नीरज चोपड़ा को देगा टक्कर
Paris Olympics 2024 Javelin Throw: पाकिस्तान के जेवलिन थ्रो एथलीट अरशद नदीम ने फाइनल में प्रवेश कर लिया है. नदीम की जीवनगाथा संघर्ष से भरी रही है.
Paris Olympics 2024 Pakistan Javelin Throw: नीरज चोपड़ा ने अपने पहले ही प्रयास में पेरिस ओलंपिक्स 2024 की जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश पा लिया है. उनके अलावा पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 86.59 मीटर दूर भाला फेंककर फाइनल में एंट्री ले ली है. पाकिस्तान में सबसे अधिक महत्व क्रिकेट के खेल को दिया जाता है, इसके बावजूद अरशद की ओलंपिक्स तक पहुंचने की कहानी प्रेरणादायक है. अरशद के पिता ने बताया है कि गांव वाले पैसे दान करते थे तब वो शहर जाकर अपनी ट्रेनिंग कर पाता था.
बता दें कि अरशद पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित खानेवाल क्षेत्र से आते हैं. एक मीडिया इंटरव्यू में अरशद नदीम के पिता, मोहम्मद अशरफ ने बताया, "लोगों को अंदाजा नहीं है कि अरशद इस मुकाम तक कैसे पहुंचा है. उसके करियर के शुरुआती दिनों में गांव के लोग और सगे-संबंधी पैसे दान किया करते थे जिससे वो अलग-अलग शहर जाकर अपनी ट्रेनिंग कर सके. अगर मेरा बेटा ओलंपिक मेडल ला पाया, तो यह हम सबके लिए और सभी गांव वालों के लिए गौरवपूर्ण बात होगी."
कुछ महीने पहले नदीम ने अपनी ट्रेनिंग के लिए अपने पुराने भाले को नए से रिप्लेस करवाने की मांग की थी. इस विषय पर नीरज चोपड़ा ने भी नदीम को सपोर्ट किया था. अंतर्राष्ट्रीय कम्पटीशन में भाग लेते हुए नदीम ने अपने करियर में खूब सफलता हासिल की है. इस बार उनके देशवासी, परिवार के लोग और फैंस को भरोसा है कि नदीम पेरिस ओलंपिक्स में मेडल जीगा. याद दिला दें कि नदीम 2020 टोक्यो ओलंपिक्स में पांचवें स्थान पर रहे थे.
पाकिस्तान ने ओलंपिक्स 2024 में अपने 7 एथलीट भेजे थे, जिनमें से 6 फाइनल तक पहुंचने में नाकाम रहे. अब 27 वर्षीय नदीम ही पाकिस्तान की पदक की आखिरी उम्मीद बचे हुए हैं. यह पाकिस्तानी खिलाड़ी पिछले साल वर्ल्ड चैंपियनशिप में सिल्वर और 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था.
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