Tokyo Olympics 2020: पीएम मोदी ने की महिला हॉकी टीम से बात, कहा- रोना बंद कीजिए, आप पर देश को गर्व
Tokyo Olympics 2020: पीएम नरेंद्र मोदी ने कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन से हुए मैच के बाद महिला हॉकी खिलाड़ियों को वीडियो कॉल किया. सभी खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम में थे. पीएम ने सभी खिलाड़ियों से बात की.
Tokyo Olympics 2020: 'आप अच्छा खेले हैं, रोना बंद करिए, आपके रोने की आवाज मुझे सुनाई दे रही है', ये बात पीएम नरेंद्र मोदी ने देश की महिला हॉकी के होनहारों से बात करते हुए कही. देश के प्रधानमंत्री हर मैच के बाद अपने खिलाड़ियों से यूं बात करते हुए देखे गए. खु शी हो या गम हर वक्त देश के पीएम उनके बीच रहे, लेकिन आज जब पीएम मोदी ने महिला हॉकी टीम के खिलाड़ियों से बात की तो मंजर कुछ और था. सभी खिलाड़ी गोल घेरा बनाकर साथी खिलाड़ियों के साथ कंधे से कंधे मिलाकर अपने कोच के साथ खड़ी थीं, कुछ खिलाड़ियों के सुबकने की आवाज भी आ रही थी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांस्य पदक के लिए ब्रिटेन से हुए मैच के बाद महिला हॉकी खिलाड़ियों को वीडियो कॉल किया. सभी खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम में थे. पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों से कहा, 'आप सभी बहुत अच्छा खेले. पिछले 5-6 सालों से जो पसीना आपने बहाया हैं, वो सभी में जोश भरा रहा था, आप जो साधना कर रहे थे, आपका पसीना पदक नहीं ला सका लेकिन आपके पसीने ने करोड़ों बेटियों और खिलाड़ियों को प्रेरणा दी है. मैं टीम के सभी सदस्यों और कोच जोर्ड मरीन को बहुत बधाई देता हूं.'
#WATCH | Indian Women's hockey team breaks down during telephonic conversation with Prime Minister Narendra Modi. He appreciates them for their performance at #Tokyo2020 pic.twitter.com/n2eWP9Omzj
— ANI (@ANI) August 6, 2021
कप्तान रानी रामपाल ने जवाब में कहा, 'धन्यवाद सर, बहुत धन्यवाद सर.' प्रधानमंत्री ने बात को आगे बढ़ते हुए कहा, 'निराश नहीं होना है, मैं देख रहा था कि नवनीत को आंख में चोट आई है.' रानी रामपाल ने जवाब दिया, 'हां सर कल नवनीत को आंख पर चोट लग गई थी, उसको चार स्टिच लगी हैं.' प्रधानमंत्री ने इस पर दुख जताते हुए पूछा आंख तो ठीक है ना कोई दिक्कत तो नहीं है? इस पर रानी रामपाल ने जवाब दिया, आंख ठीक है सर.
भावुक होकर रोने लगे
इसके बाद पीएम मोदी ने कहा, 'वंदना और सलिमा आप सब बहुत अच्छा खेले. वंदना और सलिमा सभी को लग रहा था कि आप तो कमाल कर दिए हैं.' इसी बीच सभी खिलाड़ी भावुक होकर सुबकने और रोने लगे. प्रधानमंत्री ने जैसे ही रोने की आवाज सुनी, तपाक से उन्होंने पूछा, 'आप लोग रोना बंद करिए. आपके रोने के आवाज मुझे सुनाई दे रही है. निराश होने को जरूरत नहीं है. आपने कितने दशकों बाद हॉकी को पुनर्जीवित किया है. आप पर देश को गर्व है.'
कुछ सेकंड के सन्नाटे और सुबकने की आवाज के बीच प्रधानमंत्री ने टीम के कोच को भी बधाई दी. इस पर कोच जोर्ड मरीन ने धन्यवाद दिया और कहा कि ये हमारे लिए भावुक पल है. प्रधानमंत्री ने जवाब में कहा कि आप ने अपना बेस्ट दिया है. बहुत अच्छा प्रयास किया है. लड़कियों का आप ने उत्साह बढ़ाया है. हम आपके शुक्रगुजार रहेंगे.
ये कहते ही कोच के बगल में खड़ी कप्तान रानी रामपाल अपने साथी खिलाड़ियों को रोते देख खुद को रोक नहीं पाई और वे भी रोने लगी. टीम के कोच मरीन प्रधानमंत्री को धन्यवाद कहते रहे और नमस्ते कह के बात को समाप्त किया. दो मिनट पचास सेकंड के इस वीडीयो में दिल जीतने की खुशी, हार का गम और भविष्य की उम्मीदें दिखाई दी, लेकिन सब पर प्रधानमंत्री का ढांढस बांधना और प्रधानमंत्री की तरफ से एक-एक खिलाड़ी की चिंता करना, सभी का दिल जीत गया.
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