Tokyo Olympics 2020: गोल्ड जीतकर धमाका कर सकते हैं 18 साल के दिव्यांश पंवार, जानें क्यों है इनसे मेडल की उम्मीद
Tokyo Olympics 2020: दिव्यांश पंवार भारतीय दल में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं. लेकिन दिव्यांश से ना सिर्फ सिंगल्स में बल्कि डबल्स में भी गोल्ड की उम्मीद है.
Tokyo Olympics 2020: जापान की राजधानी टोक्यो में 23 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आगाज होने जा रहा है. भारत की ओर से ओलंपिक खेलों के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा दल हिस्सा ले रहा है. शूटिंग में भारत को अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है. 18 साल के दिव्यांश पंवार ना सिर्फ टोक्यो ओलंपिक में भारत के सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं बल्कि वह गोल्ड के दावेदारों में से भी हैं.
दिव्यांश पंवार से भारत को बड़ी उम्मीदें हैं. दिव्यांश पंवार ओलंपिक में इतिहास रचने के लिए टोक्यो पहुंच चुके हैं. जयपुर में जन्में दिव्यांश 10 मीटर एयर राइफल इवेंट में हिस्सा लेंगे. इसके अलावा 10 मीटर एयर राइफल मिक्स्ड डबल्स में दिव्यांश पंवार और एलावेनिल वलारीवान के साथ मेडल के लिए निशाना लगाएंगे
10 मीटर एयर राइफल इवेंट भारत के लिए बेहद ही खास है. 10 मीटर एयर राइफल वो ही इवेंट है जिसमें 2008 बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड जीतकर अभिनव बिंद्रा ने इतिहास रचा था. अब दिव्यांश को इसी 10 मीटर एयर राइफल में इतिहास रचना है.
छोटी उम्र में बड़ी हैं दिव्यांश की उपलब्धियां
दिव्यांश की वर्ल्ड रैंकिंग दूसरी है. दिव्यांश ने वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप में 4 गोल्ड. 1 सिल्वर और 1 ब्रॉन्ज जीता है. इनमें से सिंग्लस में 1 गोल्ड और 1 सिल्वर जबकि मिक्स्ड डबल्स में 3 गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल हासिल किए हैं.
मिक्स्ड डबल्स में उनकी और एलावेनिल वलारीवान की जोड़ी से दुनिया भर के शूटर्स खौफ खाते हैं. ओलंपिक खेलों में भी यह जोड़ी एक साथ हिस्सा ले रही है और इस जोड़ी को गोल्ड के दावेदारों में से एक माना जा रहा है.
127 खिलाड़ियों के भारतीय दल में दिव्यांश सबसे छोटे हैं. लेकिन दिव्यांश से भारत को टोक्यो ओलंपिक में बड़ा धमाका करने की उम्मीद हैं. खुद दिव्यांश भी कह चुके हैं कि दुनिया के सबसे बड़े मंच पर वह भारत के लिए गोल्ड से कम कुछ नहीं हासिल करना चाहते हैं.
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