(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Tokyo Olympics 2021: मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह टोक्यो ओलंपिक 2021 के उद्घाटन समारोह में भारत के ध्वजवाहक होंगे
Tokyo Olympics 2021: टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई से हो रही है. इसका समापन आठ अगस्त को होगा.
Tokyo Olympics 2021 : टोक्यो ओलंपिक की शुरुआत 23 जुलाई से हो रही है. इसका समापन आठ अगस्त को होगा. इसी बीच खबर है कि भारत की तरफ से छह बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज मैरीकॉम और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह उद्घाटन समारोह में देश के ध्वजवाहक होंगे.
मैरी कॉम और मनप्रीत सिंह के भारत की तरफ से ध्वजवाहक होने की जानकारी सोमवार को आईओए ने दी है. इन दोनों के अलावा समापन के लिए पहलवान बजरंग पूनिया को भारतीय दल का ध्वजवाहक चुना गया है.
ऐसा पहली बार हुआ है कि ओलंपिक में भारत के दो ध्वजवाहक होंगे. मैरी कॉम ने इस घोषणा के बाद कहा,'' यह मेरे लिए बहुत बड़ा पल होगा, क्योंकि यह मेरा आखिरी ओलंपिक है. मेरे लिए यह भावनात्मक पल हो सकता है.'' उन्होंने आगे कहा,''उद्घाटन समारोह के दौरान दल की अगुवाई करने का अवसर पाकर मैं वास्तव में सम्मानित महसूस कर रही हूं. मेरे चयन के लिए मैं खेल मंत्रालय और आईओए को धन्यवाद करती हूं.मैं पदक के लिए अपना सर्वश्रेष्ट करने का वादा करती हूं.''
10,000 दर्शक स्टेडियम में मौजूद रह सकेंगे
टोक्यो ओलंपिक के शुरू होने में अब लगभग एक महीने का वक्त रह गया है. आगामी 23 जुलाई से ओलंपिक खेलों का आयोजन किया जाएगा. इसके आगाज़ से पहले आयोजकों ने खेलों के दौरान दर्शकों की मौजूदगी को लेकर बड़ा एलान किया था. दरअसल, जापान के आयोजकों ने आगामी टोक्यो ओलंपिक खेलों के दौरान सभी वेन्यू पर दर्शकों की सीमा तय करते हुए स्टेडियम की क्षमता के 50 प्रतिशत लोगों को स्थल पर आने की स्वीकृति दी है.
हालांकि, आयोजकों ने साफ कर दिया है कि किसी भी वेन्यू पर ज्यादा से ज्यादा 10,000 दर्शकों को स्टेडियम आने की अनुमति रहेगी. आयोजकों के बयान के मुताबिक, 'ओलंपिक गेम्स में दर्शकों की लिमिट वेन्यू की क्षमता की 50 फीसदी रहेगी, जिसमें ज्यादा से ज्यादा 10,000 लोग इसे देखने स्टेडियम जा सकेंगे.'
कोरोना के कारण पिछले साल रद्द कर दिया गया था तोक्यो ओलंपिक
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि टोक्यो ओलंपिक को कोरोना महामारी के कारण पिछले साल रद्द कर दिया गया था. इस साल भी कोरोना के बढ़ते मामलों के चलते ओलंपिक खेलों के आयोजन पर लगातार सवाल उठ रहे थे. लेकिन इसके बाद इन खेलों को 23 जुलाई से कराने का फैसला लिया गया था.