Tokyo Olympics: ओलंपिक क्वालिफिकेशन को लेकर विवाद गहराया, AITA के बयान पर बोपन्ना ने किया पलटवार
Tokyo Olympics: ओलंपिक क्वालिफिकेशन को लेकर बोपन्ना ने AITA पर गुमराह करने का आरोप लगाया था. AITA ने अपने बयान में इन आरोपों पर उनकी निंदा की थी. अब बोपन्ना ने AITA पर पलटवार किया है.
Tokyo Olympics: टोक्यो ओलंपिक के लिए क्वालिफिकेशन को लेकर उपजा विवाद गहराता जा रहा है. ऑल इंडिया टेनिस एसोसीएशन (AITA) ने भारतीय डबल्स टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना और महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा के ट्वीट की निंदा की है. जिसके बाद बोपन्ना ने एक बार फिर टेनिस एसोसिएशन पर पलटवार किया है.
उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, "AITA ने अपने जवाब में ये बात कंफर्म कर दी है कि ITF से मैसेज मिलने के बाद भी मेरी और सुमित नागल की जोड़ी के ऊपर विचार नहीं किया गया. मुझे नहीं पता उन्होंने ओलम्पिक में मेरी और सुमित नागल की जोड़ी की भागीदारी को लेकर सबको गुमराह क्यों किया. मैंने जो कहा था उसको सही साबित करने के लिए AITA का धन्यवाद."
बता दें कि बोपन्ना ने ओलंपिक के टेनिस इवेंट में क्वालिफिकेशन को लेकर AITA पर खिलाड़ियों को गुमराह करने का आरोप लगाया था. सानिया ने भी बोपन्ना के ट्वीट का समर्थन किया था और इसे शर्मनाक करार दिया था. AITA ने अपने बयान में इन आरोपों पर जवाब देते हुए दोनों खिलाड़ियों की निंदा की थी. उसने अपने बयान में कहा, "रोहन बोपन्ना और सानिया मिर्जा ने ट्विटर पर जो कमेंट किए हैं वो पूरी तरह से गलत और भ्रामक हैं. इस से पता चलता है कि उन्हें ओलंपिक क्वालिफिकेशन के नियमों को लेकर कोई जानकारी नहीं है. इस तरह के कमेंट करने से पहले उन्हें ओलंपिक क्वालिफिकेशन को लेकर इंटरनेशनल टेनिस फेडरेशन (ITF) की रूल बुक चेक कर लेनी चाहिए थी. जैसा कि टेनिस खिलाड़ी दिविज शरण ने TOPS को लिखते वक्त किया था." साथ ही AITA ने कहा, "ITF के नियमों के अनुसार बोपन्ना ओलंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर सकते थे."
सानिया मिर्जा के ट्वीट को बताया तथ्यों से परे
साथ ही AITA ने सानिया मिर्जा के ट्वीट को भी तथ्यात्मक तौर पर गलत बताया. उसने अपने बयान में कहा, "इस मामले में सानिया मिर्जा का ट्वीट भी पूरी तरह से निराधार है. सानिया जैसी खिलाड़ी की तरफ से इस तरह का बयान आना बेहद निंदनीय है."
AITA के महासचिव अनिल धूपर के अनुसार, "सच तो यह है कि बोपन्ना की रैंकिंग क्वालिफिकेशन के लिहाज से काफी अच्छी नहीं थी. हमने केवल उनकी मदद करने की कोशिश की ताकि वह खेलों में प्रतिस्पर्धा कर सके. उन्होंने अपने दम पर क्वालिफाई क्यों नहीं किया?"
AITA ने साथ ही कहा, "सच ये है कि भारत की ओर से ओलंपिक के टेनिस इवेंट के डबल्स मुकाबलों के लिए सबसे पहले रोहन बोपन्ना और दिविज शरण का नाम भेजा गया था. ये हमारे सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं इसलिए हमने ये निर्णय लिया था. हालांकि ITF के नियमों के चलते वो इन खेलों के लिए क्वालिफाई नहीं कर सके."
रोहन बोपन्ना ने किया पलटवार
एक अन्य ट्वीट में बोपन्ना ने कहा, "50 साल हो गए और अभी भी ऐसा ही चल रहा है. मैं भारतीय टेनिस की बेहतरी और इन सबमें बदलाव की उम्मीद करता हूं. भविष्य के हमारे टेनिस खिलाड़ी इस से कहीं बेहतर प्रबंधन के अधिकारी हैं."
पहले क्या कहा था बोपन्ना ने
इस से पहले बोपन्ना ने ट्वीट किया था, " ITF ने कभी भी सुमित नागल और मेरी जोड़ी की एंट्री को स्वीकार नहीं किया. आईटीएफ स्पष्ट था कि नामांकन की समय सीमा (22 जून) के बाद चोट/बीमारी के बिना किसी भी बदलाव की अनुमति नहीं थी. एआईटीए ने खिलाड़ियों, सरकार, मीडिया और बाकी सभी को यह कहकर गुमराह किया है कि हमारे पास अभी भी मौका है."
बोपन्ना के ट्वीट के बाद सानिया ने भी उनके समर्थन में ट्वीट किया था. अपने ट्वीट में उन्होंने लिखा, "क्या? अगर ये सच है तो ये बेहद गलत और शर्मनाक है. इसका मतलब यह भी है कि हमने मिक्स्ड डबल्स इवेंट में मेडल जीतने का एक अच्छा मौका गंवा दिया. अगर आप और मैं योजना के अनुसार खेलते तो हमारे मिक्स्ड डबल्स इवेंट में मेडल जीतने की संभावना थी. हम दोनों को ही इस बात की जानकारी दी गई थी की इन खेलों के लिए आपका और सुमित का नाम दिया गया है."
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