Tokyo Olympics: विश्व की नंबर 1 तीरंदाज दीपिका कुमारी का ओलंपिक में गोल्ड पर होगा 'निशाना', जानें उनके पिछले रिकॉर्ड
दीपिका कुमारी बेहद संघर्ष करने के बाद इस मुकाम तक पहुंची हैं. वे इस बार देश के लिए मेडल लाने के लिए उत्साहित हैं और उन्होंने ओलंपिक के लिए काफी मेहनत की है.
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Deepika Kumari profile: टोक्यो ओलंपिक में भारतीय तीरंदाज दीपिका कुमारी से गोल्ड मेडल की पूरी उम्मीद है. इस वक्त दीपिका कुमारी तीरंदाजी में विश्व में नंबर 1 महिला तीरंदाज हैं. अपने शानदार रिकॉर्ड्स और बेहतरीन पोजीशन की वजह से इस बार वे ओलंपिक में मेडल की सबसे बड़ी दावेदार मानी जा रही हैं. आज आपको दीपिका कुमारी के पिछले रिकॉर्ड के बारे में बताएंगे, जिन्हें जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दीपिका अब तक दुनिया की तमाम प्रतियोगिताओं में मेडल जीतकर देश का नाम रोशन कर चुकी हैं. एक बार फिर वह देश के लिए मेडल जीतने के इरादे के साथ टोक्यो पहुंच चुकी हैं.
गरीबी में गुजरा था बचपन
दीपिका कुमारी ने विश्व की नंबर वन तीरंदाज बनने तक का सफर काफी संघर्षों के बाद तय किया है. दीपिका का जन्म 13 जून 1994 को झारखंड के रांची जिले के एक गांव में हुआ था. उनके पिता ऑटो रिक्शा ड्राइवर थे और उनकी मां एक मेडिकल कॉलेज में नर्स थीं. बचपन में वे आम के पेड़ों से आम तोड़ती थीं और तभी से उन्हें तीरंदाजी के खयाल आने लगे. परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी, ऐसे में उन्होंने घर के बने हुए बांस के तीर कमान से प्रैक्टिस की थी. दीपिका को तीरंदाज बनाने में उनकी कजिन विद्या कुमारी का भी काफी योगदान रहा.
ऐसे हुई शुरुआत
दीपिका ने साल 2005 में अर्जुन आर्चरी एकेडमी का रुख किया. साल 2006 में उन्होंने टाटा आर्चरी एकेडमी ज्वाइन कर ली और यहां उन्होंने प्रॉपर तरीके से ट्रेनिंग की. आपको जानकर हैरानी होगी कि 2006 के बाद दीपिका साल 2009 में कैडेट वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीतने के बाद घर गई थीं. यहीं से उनके इंटरनेशनल करियर की शुरुआत हुई. वह अपने करियर के प्रति बेहद गंभीर हैं.
पेरिस वर्ल्ड कप में जीते तीन गोल्ड मेडल
दीपिका कुमारी ने 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया था. इसके बाद उन्होंने इसी प्रतियोगिता में डोला बनर्जी और बॉम्बल्या देवी के साथ संयुक्त रूप से स्वर्ण पदक जीता था. इसके बाद दीपिका ने दुनिया भर की विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर कई पदक अपने नाम किए. दीपिका ने इसी साल (2021) पेरिस वर्ल्ड कप में रिकॉर्ड तीन गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया. उनके शानदार प्रदर्शन की वजह से इस वक्त वे दुनिया की टॉप महिला तीरंदाज हैं. ओलंपिक में वे गोल्ड पर निशाना साधने के इरादे से उतरेंगी.
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