दरभंगा: कोविड-19 से सुरक्षा और बचाव को लेकर किए गए लॉकडाउन के दौरान अन्य राज्यों से बिहार वापस लौटने वाले कुशल प्रवासी कामगारों का समूह बनाकर रोजगार उपलब्ध कराने हेतु बिहार सरकार द्वारा चलाए जा रहे जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना की प्रगति की समीक्षा बैठक समाहरणालय परिसर अवस्थित अंबेडकर सभागार में जिलाधिकारी, दरभंगा डॉ. त्यागराजन एस.एम की अध्यक्षता में आयोजित की गई.
इस योजना के अंतर्गत मखाना, मिथिला पेंटिंग, फेवर ब्लॉक और रेडीमेड गारमेंट्स के लिए 10-10 प्रवासी मजदूरों का समूह एल.एल.पी (लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप) के आधार पर बनाई गई है. इनमें पहला समूह मिथिला मखाना, बहादुरपुर प्रखंड के मेखना वेदा पंचायत के कक्षाही ग्राम में महेश मुखिया के नेतृत्व में संचालित है, जो दरभंगा के मखाना से तरह-तरह के व्यंजन बनाने का कार्य कर रहा है.
दूसरा समूह, पुअर होम चौक, दरभंगा के राजेश कुमार चौधरी के नेतृत्व में मिथिला संचार आर्ट्स एंड क्राफ्ट्स, दरभंगा (सृजन मिथिला) मिथिला पेंटिंग वाला मास्क बनाने का कार्य कर रहा है. तीसरा समूह, हार्ड मेक फेवर ब्लॉक, मनीगाछी प्रखंड के कायस्थ कवई ग्राम में बिंदेश्वर राम के नेतृत्व में कार्य कर रहा है एवं चौथा समूह, रेडीमेड गारमेंट्स, सदर प्रखंड के सुंदरपुर, बेला में अमित कुमार झा के नेतृत्व में कार्य कर रहा है.
समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने सभी समूह के नेतृत्वकर्त्ता से प्रवासी मजदूरों के साथ एल.एल.पी हो जाने के संबंध में जानकारी प्राप्त की.
उल्लेखनीय है कि जिला औद्योगिक नव प्रवर्तन योजना के तहत कुशल प्रवासी कामगारों को रोजगार उपलब्ध कराने की एक पायलट योजना है, जिसमें कम से कम 10 प्रवासी मजदूरों का एक समूह एल.एल.पी. के आधार पर बनेगा जिसका एक नेतृत्वकर्ता होगा और सभी मजदूर नेतृत्वकर्त्ता के साथ अपना उद्योग/कारोबार चलाएंगे. इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक समूह को बिहार सरकार की ओर से 10-10 लाख रुपये की सहायता राशि उपलब्ध कराई जा रही है.
बैठक में मिथिला मखाना के नेतृत्वकर्त्ता महेश मुखिया ने मखाना की खीर को सुधा काउंटर से जोड़ने और दरभंगा एयरपोर्ट तथा एंबेसी में तरह-तरह के मखाना व्यंजन की उपलब्धता के साथ जोड़ने का सुझाव दिया. वहीं, सृजन मिथिला ने भी मिथिला पेंटिंग को दरभंगा एयरपोर्ट से जोड़ने एवं गौशाला सोसाइटी के मार्केट में शोरूम बनवाने का सुझाव दिया, ताकि इसका व्यापक मार्केटिंग किया जा सके.
उन्होंने कहा कि दीपावली और छठ पर्व के अवसर पर दिया और मिट्टी के बर्तन पर मिथिला पेंटिंग बनवाये गये थे, जिनकी बाजार में अच्छी मांग रही. ऐमेज़ॉन के माध्यम से भी लगभग 800 ग्राहकों ने समान क्रय किये.
जिलाधिकारी ने कहा कि यह योजना केवल प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए है और इसमें किसी प्रकार की चूक नहीं होनी चाहिए. राज्य स्तरीय टीम कभी भी, किसी समय आपके यूनिट का निरीक्षण कर सकती है, यदि इसमें चूक पाई जाएगी, तो गंभीर कार्रवाई होगी. समीक्षा क्रम में सभी समूहों को सहायता राशि उपलब्ध कराने पर भी विमर्श किया गया.
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