NTPC Anta News: सौर ऊर्जा के क्षेत्र में अब क्रांति आ रही है. ऐसे में राजस्थान में तेजी से इस पर काम हो रहा है पूर्व संसाधनों पर निर्भरता कम होती जा रही है और कंपनियों के साथ आमजन भी सौर ऊर्जा के क्षेत्र में आगे आ रहे हैं. एनटीपीसी अंता को सौर एनर्जी का नया स्त्रोत मिल गया है.
एनटीपीसी की खाली पड़ी जमीन पर सोलर प्लांट बनाया गया है. इस प्लांट की क्षमता करीब 90 मेगावाट है. यह सोलर प्लांट इसी माह के अंतिम दिन 31 मार्च को उत्पादन हैं शुरू कर देगा.
केरल में दी जाएगी सप्लाई
एनटीपीसी के महाप्रबंधक न राजेश भारद्वाज ने बताया कि इस प्लांट को स्थापित करने में एनटीपीसी को 430 करोड़ रुपए की लागत आई है. उन्होंने बताया कि इस प्लांट से सप्लाई ग्रिड को दी जाएगी और यहां से केरल सरकार को यह बिजली बेची जाएगी.
इस प्लांट को साल 2019 में स्थापित करने का निर्णय लिया था और यह काम साल 2021 में शुरू हुआ था और यह करीब 3 साल में पूरा हुआ है, जिससे माना जा रहा है कि 31 मार्च 2024 तक उत्पादन शुरू हो जाएगा.
गैस की आपूर्ति पर्याप्त नहीं होने से आती है समस्या
भारद्वाज ने बताया कि एनटीपीसी के पास 419 मेगावाट का गैस आधारित विद्युत उत्पादन संयंत्र भी है, लेकिन गैस की आपूर्ति वं पर्याप्त नहीं होने के चलते यह प्लांट पूरी क्षमता से कार्य नहीं कर पाता है, जिससे कई बार बडी समस्या आती है. इसे संचालन करने पर बिजली उत्पादन की लागत भी ज्यादा आती है और यहां उत्पादित की गई बिजली महंगी होती है, जिसकी डिमांड भी कम होती है.
गैस आधारित प्लांट को इस साल 387 बार चलाया गया है. इस दौरान उसने 354 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन किया है. भारद्वाज ने बताया कि इस कारण हमने सोलर एनर्जी का प्लांट लगाने का निर्णय किया. अब नेशनल थर्मल पावर कॉरपोरेशन अंता को सौर ऊर्जा के रूप में विद्युत उत्पादन का एक और स्रोत मिल गया है.
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