Varanasi News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले बांग्लादेशी छात्रों को विवि प्रशासन से बहुत बड़ी राहत मिली है. मिली जानकारी के अनुसार काशी हिंदू विश्वविद्यालय में अलग-अलग कोर्स में कुल 201 बांग्लादेशी छात्र पढ़ते है. वहीं इन बांग्लादेशी छात्रों में कई बीएचयू स्थित हॉस्टल में भी रहते है. बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति को देखते हुए विश्वविधायल प्रशासन की तरफ से यह फैसला लिया गया है.


बीएचयू प्रशासन की ओर से लेटर जारी कर इसकी जानकारी दी है. लेटर में लिखा गया है कि बीएचू पासआउट बांग्लादेशी छात्रों को छात्रावास में रहने की अनुमति देगा. जिन्होंने अपने कोर्स पूरा कर लिया है. वहीं जो छात्रावास में छात्र रह रहे है उन्हें कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. अन्यथा उन्हें अतिथि शुल्क का भुगतान करना होगा. ऐसे छात्र को बांग्लादेश में स्थित सामान्य होने तक परिसर में रहने की अनुमति दी जाएगी. 


छात्रों को हर सहायता प्रदान की जाएगी
विवि प्रशासन द्वारा यह निर्णय उन छात्रों के हित में लिया गया है. जिन्होंने विश्वविद्यालय में अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है और कार्यक्रम पूरा होने पर उन्हें छात्रावास खाली करना था. इंटरनेशनल सेंटर के समन्वयक प्रो. एस.वी.एस. राजू ने बताया कि बांग्लादेशी छात्रों को अपने देश वापस लौटने में आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय ने निर्णय लिया है कि जो छात्र विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहना चाहते हैं.उन्हें ऐसा करने दिया जाएगा तथा उन्हें हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी.


क्या बोले प्रो. राजू
प्रो. राजू ने कहा, हमने छात्रों को आश्वासन दिया है कि यदि उन्हें परिसर में रहने के दौरान किसी अन्य कठिनाई का सामना करना पड़ता है, तो विश्वविद्यालय उसके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाएगा. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में स्थिति सामान्य होने तक वे यहां रह सकते हैं. बनारस हिंदू विश्वविद्यालय हर साल सैकड़ों अंतरराष्ट्रीय छात्रों को विभिन्न कार्यक्रमों में दाखिला देता है. इनमें से बड़ी संख्या में छात्र बांग्लादेश से आते हैं. इनमें से कई छात्र परिसर में विश्वविद्यालय के छात्रावास में रहते हैं.


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