Gorakhpur News: कुवैत के मंगाफ शहर में हुए अग्निकांड में गोरखपुर के अंगद गुप्‍ता और जयराम गुप्‍ता की भी मौत हो गई है. उनके परिवार में जब ये खबर आई, तो मातम पसर गया. इसे हादसे के बाद परिजन चाहते हैं कि उनके पार्थिव शरीर अंतिम संस्‍कार के लिए भारत लाया जाए. वहीं आर्थिक मदद के साथ परिवार के एक सदस्‍य को नौकरी भी दी जाए. परिवार पर दुःखों का पहाड़ टूटने से घर और मोहल्‍ले में भी मातम है. 


 यूपी के गोरखपुर के जटेपुर उत्‍तरी मिठाईलाल का हाता मोहल्‍ले के रहने वाले 45 वर्षीय अंगद गुप्‍ता पिछले 9 साल से कुवैत के मंगाफ शहर में एक मॉल में कैशियर के पद पर कार्यरत रहे हैं. वे मंगलवार 11 जून को पत्‍नी रीता गुप्‍ता और बच्‍चों 22 वर्षीय अंशिका, 19 वर्षीय आशुतोष और 9 वर्षीय सुमित से परिवार शिक्षा-दीक्षा को लेकर बात किए थे. 12 जून बुधवार को ये दुःखद हादसा हो गया. इसके बाद से ही अंगद से उनके परिवारवाले कोई संपर्क नहीं कर सके. गुरुवार 13 जून की दोपहर ये मनहूस खबर आई कि कुवैत अग्निकांड में अंगद गुप्‍ता की दुःखद मौत हो गई है. 


अंगद गुप्ता 9 साल पहले गए थे कुवैत
गोरखनाथ थाना क्षेत्र के जटेपुर उत्तरी के रहने वाले अंगद गुप्ता लगभग 9 वर्ष पूर्व कुवैत गए थे और वहां पर एक प्राइवेट कंपनी में कैशियर का काम करते थे. गुरुवार को मंगाफ शहर के एक बहुमंजिला मॉल में हुए अग्निकांड में उनकी मौत हो गई. गुरुवार को एंबेसी से फोन कॉल के जरिये पता चली और तभी से परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है. अंगद गुप्ता से आखिरी बार बातचीत मंगलवार को परिजनों से हुई थी और उन्होंने बातचीत के दौरान परिजनों का हाल-चाल जाना और बच्चों को पढ़ाई लिखाई में मन लगाने की बात कही.


कुवैत अग्निकांड में यूपी के 3 लोगों की मौत
हादसे की सूचना मिलते ही सुबह के मुख्य योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के आलाधिकारियों को निर्देशित करते हुए विदेश मंत्रालय और कुवैत स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारियों से लगातार संपर्क में बने रहने की बात कही है. मृतको में तीन यूपी के है. जिनमें दो गोरखपुर और एक गाजीपुर के रहने वाले थे. गोरखपुर के अंगद गुप्‍ता और जयराम गुप्‍ता के साथ ही यूपी के तीनों मृतकों के पार्थिव शरीर को अंतिम संस्‍कार के लिए भारत लाने का प्रयास किया जा रहा है.


11 जून को आखिरी बार अंगत गुप्ता ने की थी बात
इस घटना से परिवार के साथ ही मोहल्ले वालों में भी शोक की लहर देखने को मिली. अंगद की पत्‍नी रीता कहती हैं कि उनके परिवार को आर्थिक मदद और नौकरी की दरकार है. उनके एक बेटी अंशिका 22 साल की है. वो स्‍नातक है. वहीं बेटा 19 साल का आशुतोष स्‍नातक कर रहा है. तीसरा बेटा 9 साल का सुमित भी पढ़ाई कर रहा है. अब इनके लालन-पालन के साथ पढ़ाई का भी संकट खड़ा हो गया है. रीता और उनकी बेटी अंशिका और बेटा आशुतोष बताते हैं कि मंगलवार 11 जून को उनकी आखिरी बार बात हुई थी. अब वे सरकार से मदद की आस लगाए हुए हैं.    


सीएम योगी ने जताया शोक
हादसे में जान गंवाने वाले अंगद के छोटे भाई पंकज गुप्ता बताते हैं कि परिवार के इकलौते कमाऊ सदस्य बड़े भैया ही थे. इस हृदय विदारक घटना से पूरा परिवार टूट गया है. परिवार के भरण पोषण व आर्थिक रूप से संकट गहरा गया है. नम आंखों से उन्होंने केन्‍द्र व प्रदेश सरकार से शव को सकुशल लाने के साथ ही परिवार की बड़ी बेटी अंशिका को नौकरी और आर्थिक सहायता करने की मांग की है. हादसे में जान गंवाने वाले यूपी के तीनों मृतकों के परिवार के प्रति मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने शोक संवेदना व्‍यक्‍त की है.


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