'जैसे एक-एक ईंट को नष्ट किया..', चंद्रशेखर आजाद ने MP सरकार की कार्रवाई पर उठाए सवाल
Chandrashekhar Azad: नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता हाजी शहजाद के घर को बुलडोजर से ढहाने पर तीखा हमला किया और मध्य प्रदेश की मोहन यादव सरकार पर सवाल उठाए.
Chandrashekhar Azad: आज़ाद समाज पार्टी के अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मध्य प्रदेश में कांग्रेस नेता हाजी शहजाद के घर को बुलडोजर से ढहाने पर तीखा हमला किया है. उन्होंने इस कार्रवाई के लिए मध्य प्रदेश सरकार पर सवाल उठाए और सुप्रीम कोर्ट से इस मामले पर स्वतः संज्ञान लेने के मांग की.
नगीना सांसद ने कांग्रेस नेता के घर पर बुलडोजर की कार्रवाई का वीडियो शेयर करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार ने जिस तरह से हाजी शहजाद के घर की एक ईंट-ईंट को नष्ट कर दिया उससे उनकी शपथ का एक-एक शब्द नष्ट हो गया है जो कसम उन्होंने प्रदेश का मुख्यमंत्री बनते समय खाई थी. चंद्रशेखर ने इस दौरान बुलडोजर वाली कार्रवाई पर भी रोक लगाने की मांग की.
चंद्रशेखर आजाद ने उठाए सवाल
आसपा अध्यक्ष ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- 'मैं मोहन यादव ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा, मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखूंगा, मैं प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंत:करण से निर्वहन करूंगा तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना, सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार कार्य करूंगा.’
मध्य प्रदेश के छतरपुर में मुख्यमंत्री मोहन यादव जी के इशारे पर हाजी शहजाद के घर को बुलडोजर से ध्वस्त कर उस शपथ को भी ध्वस्त (बुलडोज) कर दिया हैं जो उन्होंने मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण करते समय ली थी क्योंकि जिस तरह घर की एक-एक ईंट को नष्ट किया गया है उसी तरह शपथ का एक-एक शब्द भी नष्ट हुआ हैं.
उन्होंने लिखा- 'ऐसा लगता है सरकार ही न्यायपालिका हो गई है, मैं माननीय सुप्रीम कोर्ट से निवेदन करता हूं कि स्वत: संज्ञान ले, विधि से हटकर होने वाली "बुल्डोजर की कार्यवाहियों" पर रोक लगाएं. चंद्रशेखर आजाद लगातार इस मुद्दे पर मुखर हो कर बोल रहे हैं.
दरअसल कांग्रेस नेता हाजी शहजाद ने एक विवादित टिप्पणी मामले में छतरपुर कोतवाली थाने के सामने समर्थकों के साथ विरोध प्रदर्शन किया था. इस दौरान भीड़ आक्रामक हो गई और पत्थरबाजी करने लगी. जिसके कई पुलिसकर्मियों को चोट आई थी. इस मामले में कार्रवाई करते हुए प्रशासन ने हाजी शहजाद के चार करोड़ के घर को मिट्टी में मिला दिया.
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